पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि आस्था पर फैसला व्यक्ति विशेष ले सकता है, कोई न्यायालय नहीं। सरकार संसद में अध्यादेश लाकर भी मंदिर का निर्माण करा सकती थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया। हम राम मंदिर का निर्माण कराने वाली पार्टी का ही साथ देंगे। यदि भाजपा ने राम मंदिर नहीं बनाया तो हम दूसरा दल बनाकर 2019 में लोकसभा चुनाव मैदान में भी उतरेंगे।
मनोज कुमार ने कहा कि कश्मीर में भी धारा 370 का अभी तक कुछ नहीं हुआ। धारा 135 ए समाप्त होने से मुस्लिम कमजोर होगा। आतंकवाद को खत्म किया जा सकता है। गौरक्षा करने वालों को गुंडा बताया जा रहा है। योगी सरकार में भी कुछ कमियां हैं, जिन्हें लेकर बजरंगल दल बातचीत का रास्ता अपनाकर उसका निदान कराने का प्रयास करेगा।
उन्होंने कहा कि हिन्दुओं को वर्ण व्यवस्था के नाम पर बांटा जा रहा है। आज हिन्दुओं को ईसाई व मुस्लिम बनाकर कमजोर करने की साजिश की जा रही है। जब सोमनाथ में मंदिर का निर्माण हो सकता है तो अयोध्या में क्यों नहीं। इससे पूर्व मनोज कुमार का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मैदान में डटे रहें। जो राम का नहीं, वो किसी काम का नहीं।