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पंचायत चुनावों में सपा के दावों की निकली हवाः विपक्ष

सपा का कहना है कि उसे सबसे अधिक सीटें जीत कर विरोधी दलों के सभी दावों की पोल खोल दी है जबकि भाजपा का कहना है कि उसने सत्ताधारी दल की शत प्रतिशत सीटों को जीतने के अभियान को हमने थामकर बड़ी जीत हासिल कर ली है।

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Raghvendra Pratap

Jan 07, 2016

लखनऊ.

उत्तर प्रदेश के 74 जिलों में हुए जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में सबसे अधिक 60 सीटों पर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने कब्जा जमाया है तो 7 सीटें जीत कर भाजपा दूसरे स्थान पर रही। जबकि तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी रही उसे चार सीटें मिली हैं। वहीं कांग्रेस और राष्टीय लोकदल को एक-एक सीट प्राप्त की है, वहीं एक सीट सपा के विद्रोही सदस्य ने जीती है। इस पर सपा का कहना है कि उसे सबसे अधिक सीटें जीत कर विरोधी दलों के सभी दावों की पोल खोल दी है जबकि भाजपा का कहना है कि उसने सत्ताधारी दल की शत प्रतिशत सीटों को जीतने के अभियान को हमने थामकर बड़ी जीत हासिल कर ली है।


विरोधियों के दावों की पोल खुल गई- सपा

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी के अनुसार जिन 36 जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव की मतगणना हुई उनमें समाजवादी पार्टी ने 24 जनपदों में अपने प्रत्याशी जिताकर विरोधी दलों के झूठे दावों की पोल खोल दी है। इस तरह अब तक समाजवादी पार्टी के 60 पंचायत अध्यक्ष चुने जा चुके है। उन्होंने कहा कि को आज की मतगणना के बाद सपा के प्रत्याशी जिन 36 जनपदों में जीते हैं उनमें आगरा, फर्रूखाबाद, कन्नौज, औरैया, बांदा, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौषाम्बी, वाराणसी, जौनपुर, चन्दौली, सोनभद्र, गोरखपुर, कुषीनगर, बलरामपुर, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर, उन्नाव, बरेली, पीलीभीत, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ और हापुड़ जिला शामिल है।


लोकतंत्र की विजय हुई- भाजपा

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई का कहना है कि प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव परिणाम में पार्टी द्वारा मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, मथुरा, शाहजहांपुर, फतेहपुर, और महाराजगंज जिला पंचायत पर विजय को ऐतिहासिक और लोकतंत्र की विजय है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा जिला पंचायतों पर शत प्रतिशत कब्जे के लिए अराजकता की सारी सीमाऐं लांघी गयी फिर भी पार्टी ने बड़ी विजय प्राप्त की है। प्रदेश अध्यक्ष डा बाजपेयी ने कहा कि पार्टी द्वारा तेरह स्थानों पर पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशियों ने चुनाव में भाग लिया। प्रदेश सरकार द्वारा हर प्रकार के प्रपंच और षड़यंत्र किए गए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग खुलेआम किया गया। सपा के सभी दावे प्रतिदावों के बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के परिश्रम और प्रदेश नेतृत्व की व्यूह रचना से एक बार फिर तनाशाही के खिलाफ भाजपा ने मशाल जलाए रखी। प्रदेश की जनता सपा के अंहकार से 2014 की भंति 2017 में बदला लेगी।


बसपा ने यूपी ही नहीं उत्तराखण्ड में भी किया अच्छा प्रदर्शन

नेता विपक्ष एंव बसपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि बसपा ने यूपी और उत्तराखण्ड में हुए पंचायत चुनाव में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों ही राज्यों में हवा बसपा के पक्ष में बह रही है और आने वाले विधानसभा चुनाव में इन दोनांे ही राज्यों में बसपा काफी अच्छा प्रदर्शन कर सत्ता में आएगी।


विधानसभा में होगा असली फैसलाः कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने रायबरेली में कांग्रेस एमएलसी दिनेश सिंह के भाई अवधेश सिंह ने जीत हासिल की है। सपा सरकार ने सत्ता बल पर प्रदेश में चुनाव लड़ा जिससे उसको इतनी सीटें प्राप्त हुईं, आने वाले विधानसभा चुनाव में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।

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