प्रतिमाओं व ताजियों के विसर्जन में होंगे समुदाय के 2-2 लोग
तहसीलदार कोचले ने आगे बताया कि जहां तक हो विसर्जन का कार्यक्रम भी घर पर ही करें और यदि विसर्जन के लिए अन्यत्र ले जाना पड़े तो नगर परिषद अपने संसाधन से प्रतिमा एवं ताजिये घर-घर से एकत्रित करेगी। ऐसा करते वक्त नगर परिषद के टै्रक्टर में दोनों समुदाय के 2-2 लोगों की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी, ताकि प्रतिमाओं तथा ताजियों का विसर्जन धार्मिक रीति रिवाजों के साथ किया जा सके। इस मौके पर तहसीलदार राजेश कोचले एवं सीएमओ मयाराम सोलंकी ने उपस्थित जनसमुदाय को गंदगी भारत छोड़ों अभियान के तहत प्रशासन को सहयोग करने की शपथ भी दिलाई। दोनों समुदाय के प्रमुख लोगों सहित नागरिकों ने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर प्रशासन को सहयोग एवं आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाने पर अपनी सहमति दी।
जैन मतावलंबियों का पर्याधिराज पर्यूषण पर्व शुरू
जैन मतावलंबियों का पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व 15 अगस्त से प्रारंभ हुआ, जो 22 अगस्त तक चलेगा। 19 अगस्त को भगवान महावीर का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जहां जैन संत सतियों का चौमासा नहीं होता है। वहां पर्यूषण के 87 दिनों में स्वाध्यायी आकर धर्म आराधना कराते है, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण एवं शासन प्रशासन के दिशा निर्देशानुसार स्वाध्यायी सेवा से भी कई क्षेत्र वंचित रह गए। इस वर्ष ऐसे क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर ही अंतगढदशा का वाचन किया जा रहा हैं। सायंकालीन प्रतिक्रमण के अलावा दूसरी सभी धार्मिक एवं सामाजिक गतिविधियां स्थगित की गई है। कई परिवारों द्वारा स्थानक भवन में तो कई परिवारों द्वारा घर पर ही अंतगढदशा का वाचन एवं सायंकाल का प्रतिक्रमण किया जा रहा है। मूर्तिपूजक संघ में भी कमोबेस यही व्यवस्था अपनाई गई हैं। जैन उपाश्रय एवं घरों पर सायंकाल प्रतिक्रमण किया जा रहा है। मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष संतोष लुंकड़ ने बताया कि बुधवार को कम लोगों की उपस्थिति में महावीर जन्मोत्सव सादगीपूर्ण ढंग से मनाया जाएगा। वहीं स्थानकवासी संघ के अध्यक्ष गौतम लुंकड़ ने बताया कि स्थानक भवन में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। 22 अगस्त संवतसरी प्रतिक्रमण के बाद वर्षभर में हुई गलतियों के लिए एक-दूसरे से क्षमा याचना की जाएगी।