बिजनौर जिले के बढ़ापुर नौमी के रहने वाले प्रिंस पुत्र महेंद्र सिंह, गौरव पुत्र अमर सिंह और वंश कश्यप पुत्र नरपाल सिंह एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। वहां से लौटते समय नगीना बुंदकी मार्ग पर तेज रफ्तार पिकअप से आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों युवक हवा में उछल गए। सड़क पर गिरने के कारण दो युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल एक युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। तीनों युवकों की आपस में बहुत गहरी दोस्ती थी। अब एक दूसरे के पड़ोसी थे। एक गांव से तीन अर्थी एक साथ उठने से सबकी आंखें नम हो गई। पूरे गांव में मातम फैल गया। किसी भी घर चूल्हे नहीं जले। गमजदा माहौल में तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। यह हादसा एक घर के चिराग को बुझा गया। बाकी दो अन्य घरों को भी गम दे गया। एक परिवार की तो पूरी दुनिया उजड़ गई। इसी गांव के रहने वाले नरपल कश्यप की पत्नी कविता का 4 साल पहले कोरोना काल में मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद परिवार में सिर्फ पिता पुत्र ही बचे थे। नरपल कश्यप का बेटा वंश हाई स्कूल का छात्र था। सड़क दुर्घटना में इकलौते बेटे की मौत के बाद नरपल कश्यप पूरी तरह से टूट चुके हैं। उनकी दुनिया ही उजड़ गई।