दूसरी तरफ कस्बे में मुख्य पेयजल पाइप लाइन में जगह-जगह लीकेज होने से लाखों लीटर पानी रोज व्यर्थ बह रहा है। इतना ही नहीं कुछ जगह हालात यह है कि कर्मचारियों की लापरवाही से टैंक भरने के दौरान बूस्टर चालू छोड़कर चले जाने से ही हजारों लीटर पानी व्यर्थ बहता रहता है। रविवार को ऐसा ही नजारा वार्ड 42 जोरावरपुरा में पानी की टंकी के पास देखने को मिला। यहां जलहौद भरने के लिए एक तरफ बूस्टर चलाकर छोड़ दिया गया। दूसरी तरफ घरों में पेयजल आपूर्ति करने के लिए चलाया बूस्टर बंद हो गया। इस दौरान कर्मचारी गली में पेयजल आपूर्ति चेक करने चला गया। पीछे से जलहौद ओवरफ्लो होकर पानी रास्ते में व्यर्थ बहता नजर आया। यहां पाइप लाइन में लीकेज होने से भी पानी व्यर्थ बहता रहा। संबंधित विभाग व्यर्थ बहते पानी से बेखबर है। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। टंकी भरने के बाद बूस्टर को बंद नहीं करने से हजारों लीटर पानी रास्ते में बहता रहा, जिससे कीचड़ हो गया।
कर्मचारी को पाबंद किया
जोरावरपुरा में बड़ी टंकी का मरम्मत कार्य चल रहा है। वहां बने जलहौद से क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की जाती है। इसके लिए सुजानगढ़ रोड पर बागड़ी कैंपस हेडवर्क्स से जोरावरपुरा जलहौद भरकर वहां पानी छोड़ा जाता है। जोरावरपुरा में पानी आपूर्ति करने के लिए दो बूस्टर चलाए जाते हैं, दोनों की विद्युत आपूर्ति लाइन अलग-अलग है। रविवार को एक जगह की लाइन ट्रीपिंग हो गई, जिससे एक तरफ तो जलहौद में पानी भरता रहा और दूसरी तरफ बिजली गुल होने से बूस्टर बंद हुआ, तो जलहौद से आगे घरों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई। जलहौद ओवरफ्लो होने से कुछ देर पानी बहता रहा। उस समय कर्मचारी पास की गली में घरों में पेयजल आपूर्ति चेक करने गया था, जिससे ऐसा हुआ है। अब कर्मचारी को पाबंद किया है।
-राजेश कुमार, कार्यवाहक एईएन पीएचईडी नोखा।
जोरावरपुरा में बड़ी टंकी का मरम्मत कार्य चल रहा है। वहां बने जलहौद से क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की जाती है। इसके लिए सुजानगढ़ रोड पर बागड़ी कैंपस हेडवर्क्स से जोरावरपुरा जलहौद भरकर वहां पानी छोड़ा जाता है। जोरावरपुरा में पानी आपूर्ति करने के लिए दो बूस्टर चलाए जाते हैं, दोनों की विद्युत आपूर्ति लाइन अलग-अलग है। रविवार को एक जगह की लाइन ट्रीपिंग हो गई, जिससे एक तरफ तो जलहौद में पानी भरता रहा और दूसरी तरफ बिजली गुल होने से बूस्टर बंद हुआ, तो जलहौद से आगे घरों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई। जलहौद ओवरफ्लो होने से कुछ देर पानी बहता रहा। उस समय कर्मचारी पास की गली में घरों में पेयजल आपूर्ति चेक करने गया था, जिससे ऐसा हुआ है। अब कर्मचारी को पाबंद किया है।
-राजेश कुमार, कार्यवाहक एईएन पीएचईडी नोखा।