पिछले साल मार्च में पथरिया क्षेत्र के पिपरिया छक्का गांव में लक्ष्मण पटेल का बेटा जयराज लापता हो गया था। डेढ़ महीने बाद मई में गांव के ही खेत में एक नरकंकाल मिला। इसके पास में जयराज के कपड़े पड़े थे। परिजनों ने कंकाल जयराज का बताकर हत्या का आरोप लगाया था।
मिलते रहे है आश्वासन
एक साल बाद भी पुलिस मामले की गुत्थी नहीं सुलझा सकी। परिजन जयराज की अस्थियां पाने के लिए एक साल से दौड़भाग कर रहे हैं। उन्हें आश्वासन ही मिलते रहे हैं। दमोह के एएसपी संदीप मिश्रा का कहना है कि अभी परीक्षण प्रक्रिया चल रही है। बच्चे के कपड़े से डीएनए रिपोर्ट मिलते ही मामले का निस्तारण कर दिया जाएगा।
कई बार गुहार लगाई, कोई सुनवाई नहीं
किशोर के पिता लक्ष्मण पटेल पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर बेहद नाराज हैं। उन्होंने कहा कि करीब एक साल बाद भी हम अपने बेटे का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे हैं। थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मैं चाहता हूं कि बेटे की अस्थियां मिल जाएं और जिन लोगों ने हत्या की है, उन्हें सजा मिले।