अधिकांश उद्योग प्रदूषित जल सीधे पिपरिया खाड़ी में छोड़ देते है, जिससे भूमिगत जल सिंचाई के लायक नहीं रहा।
पिपरिया में सीवरेज के अभाव में केमिकल फैक्ट्रियों का अपद्रव्य नालों से बहता हुआ दमणगंगा नदी में मिल रहा है।
आसपास रह रहे लोग नाले एवं खाडिय़ों में कचरा डाल रहे हैं। दमणगंगा किनारे पर भी लोग कचरा डाल रहे हैं।