नई दिल्ली। महिला क्रिकेट की बेहतरीन पारियों की बात जब भी आएगी तो इस विश्व कप में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मैच भारतीय तूफानी बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर की नॉटआउट 171 रन की पारी हमेशा याद की जाएगी। यदि रविवार को इंग्लैंड को हराकर भारत ने विश्व कप खिताब जीता तो इस पारी को ठीक वही […]
नई दिल्ली। महिला क्रिकेट की बेहतरीन पारियों की बात जब भी आएगी तो इस विश्व कप में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मैच भारतीय तूफानी बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर की नॉटआउट 171 रन की पारी हमेशा याद की जाएगी। यदि रविवार को इंग्लैंड को हराकर भारत ने विश्व कप खिताब जीता तो इस पारी को ठीक वही दर्जा मिलेगा, जो
कपिल देव की 1983 विश्व कप की 175 रन की पारी को मिलता है। आइए आपको बताते हैं अपनी इस तूफानी पारी से दर्जनों रिकॉर्ड तोड़ देने वाली हरमनप्रीत के बारे में 10 खास बातें…
लड़कों के साथ खेलती थीं क्रिकेट
पंजाब के मोगा जिले की रहने वाली हरमनप्रीत के यहां लड़कियां क्रिकेट नहीं खेला करती थीं, इस कारण उन्हें लड़कों के साथ ही क्रिकेट खेलनी पड़ी। बताया जाता है कि उसमें भी वे जमकर छक्के लगाती थीं।
गुस्से में खेलने लगी थीं हॉकी
हरमनप्रीत को सभी कहते थे कि लड़कियों का इस खेल में कोई भविष्य नहीं है। बार-बार पडऩे वाले इस दबाव के कारण हरमनप्रीत को गुस्सा आ गया और एक दिन उन्होंने जाकर हॉकी कैंप ज्वॉइन कर लिया। हालांकि बाद में वे फिर क्रिकेट में लौट आईं।
पिता से मिली खेल की विरासत
हरमनप्रीत के पिता हरमंदर सिंह भुल्लर खुद भी वॉलीबॉल और बास्केटबॉल के खिलाड़ी थे और नियमित रूप से स्टेडियम जाते थे। पिता के साथ रोजाना स्टेडियम जाते हुए ही हरमनप्रीत खिलाड़ी बन गईं।
चैलेंज था लड़कियों की टीम बनाना
हरमनप्रीत ने खेलना शुरू कर दिया, लेकिन उनके पास लड़कियों की टीम ही नहीं थी। कई बार उन्हें 11 लड़कियां टीम बनाने के लिए जुटाना भी भारी हो जाता था।
लगाया रिकॉर्ड छक्का तो जांचा गया बैट
हरमनप्रीत के नाम महिला क्रिकेट में सबसे लंबा 110 मीटर का छक्का लगाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। इस छक्के को लगाने के बाद जब वे पवेलियन लौटीं तो आईसीसी अधिकारियों ने उनके बैट की जांच कराई थी।
टी-20 में रिकॉर्ड लक्ष्य जितवा चुकी हैं देश को
हरमनप्रीत जनवरी-2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टी-20 मैच में सिर्फ 31 गेंद में 46 रन ठोककर टी-20 क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ा लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करने का विश्व रिकॉर्ड भी भारतीय टीम के खाते में दर्ज करा चुकी हैं।
बन चुकी हैं देश की टी-20 कप्तान
हरमनप्रीत को पिछले साल राष्ट्रीय टी-20 टीम की कप्तानी भी दी गई। मिताली राज के बजाय उन्हें इस काम के लिए सही मानते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह जिम्मेदारी उन्हें दी थी।
विदेशी लीग में खेलनी वाली पहली भारतीय
हरमनप्रीत को 2016 में ऑस्ट्रेलिया की महिला बिगबैश लीग की सिडनी थंडर टीम ने कांट्रेक्ट में लिया था। वे विदेशी लीग में खेलने वाली पहली भारतीय बनीं थीं।
बिगबैश लीग में रहीं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
सिडनी थंडर के लिए 12 मैच में 296 रन बनाते हुए उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया था, जिसके लिए वे अपनी टीम की प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुनी गई थीं।
बनेंगी इंग्लिश लीग में भी पहली भारतीय महिला
बिगबैश लीग के प्रदर्शन की बदौलत हरमनप्रीत को इस साल इंग्लैंड की घरेलू टी-20 टूर्नामेंट केआईए सुपर लीग में भी कांट्रेक्ट मिला है। वे अगस्त-2017 से शुरू होने वाली इस लीग में सरे स्टार्स की तरफ से खेलेंगी।