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राजकोट ODI पर हंगामे का साया, टिकट के लिए ID कार्ड जरूरी

Published: Oct 08, 2015 03:30:00 pm

हार्दिक पटेल के समर्थक मैच के करीब 10 हजार टिकट खरीदकर स्टेडियम में मैच के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।

 Hardik Patel meets caste leaders in Delhi to cons

Hardik Patel meets caste leaders in Delhi to consolidate quota agitation photos

नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज के राजकोट में 18 अक्टूबर को होने वाले तीसरे मैच में पाटीदार आरक्षण की मांग कर रहे हार्दिक पटेल और उनके समर्थक हंगामा मचा सकते हैं। मैच में विरोध प्रदर्शन और बाधा डालने की आशंका के चलते क्रिकेट संघ सर्तकता बरत रहा है। राजकोट के स्थानीय मीडिया के अनुसार हार्दिक पटेल के समर्थक मैच के करीब 10 हजार टिकट खरीदकर स्टेडियम में मैच के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं जिससे आरक्षण की मांग को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक संदेश दिया जा सके। हालांकि एससीए ने भरोसा जताया है कि मैच में किसी तरह की बाधा नहीं होगी और इसके लिये राज्य संघ ने अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच को किसी राजनीतिक विरोध से बचाने के लिये कड़े कदम उठाने की बात कही है।

भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले सीरीज के तीसरे वनडे मैच के लिये करीब 11 हजार टिकटें आम लोगों के लिये बेची जाएंगी जिसमें नौ हजार टिकटें टिकट खिड़की और दो हजार टिकटें ऑनलाइन खरीदी जा सकती हैं। किसी भी व्यक्ति को दो से अधिक टिकटें खरीदने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा हर खरीददार से उसका पहचान पत्र की कॉपी भी मांगी जाएगी जिसे सौराष्ट्र क्रिकेट संघ अपने रिकॉर्ड में रखेगा। एससीए के अध्यक्ष निरंजन शाह ने एक क्रिकेट वेबसाइट को बताया कि सभी खरीददारों के पहचान पत्र से उनकी सीट नंबर की जानकारी मिलान की जाएगी। इसके अलावा संघ राजकोट की पुलिस के साथ भी संपर्क में है ताकि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा सकें। शाह ने साथ ही इस बात से भी इंकार नहीं किया कि इन उपायों के बावजूद स्टेडियम में प्रदर्शनकारियों को हंगामा करने से रोका जा सकेगा।

2500 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
उन्होंने कहाकि इस बात में कोई दो राय नहीं है कि टिकट खरीददार टिकटें लेकर किसी अन्य को स्थानांतरित कर दें। यदि किसी तरह प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में टिकटें खरीदने में कामयाब रहते हैं तो उसके लिये स्टेडियम में 2500 पुलिसकर्ती तैनात रहेंगे जो सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करेंगे और लोगों को हंगामे से रोकेंगे। हम किसी को भी नारे लगाने या कपड़ों पर राजनीतिक संदेश लिखकर लाने से तो रोक नहीं सकते हैं लेकिन हम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को जरूर यह संदेश देंगे कि यदि ऎसा कोई हंगामा होता है तो प्रसारणकर्ता इसे टीवी पर प्रसारित न करें। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन टिकटें तो पहले ही बिक चुकी हैं और टिकट खिड़की पर बिक्री 12 अक्टूबर से शुरू होनी है।

राजकोट में पहले भी हो चुका है हंगामा
गौरतलब है कि राजकोट में अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान हंगामे की घटना कोई नई नहीं है। इससे पहले वर्ष 2002-03 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच मैच में हंगामा हुआ था। इस दौरान भारत 300 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिये खेल रहा था और मैच को 27.1 ओवर के बाद ही रोकना पड़ा था। इस मैच में लोगों ने मैदान पर पानी की बोतलें फेंकी थी जो कई खिलाडियों को लगी। मैच में विरोध के समय भारत वीरेंद्र सहवाग की बदौलत एक विकेट के नुकसान पर 200 रन बना चुका था। इस मैच में डकवर्थ लुईस नियम से भारत को विजेता घोषित किया गया था। क्रिकेट की बाइबल कही जाने वाली “विजडन” ने इस घटना पर अपनी रिपोर्ट में कहा था “”स्थानीय सट्टेबाज भारत को इस मैच में हराना चाहते थे लेकिन मैच के परिणाम से वे धराशायी हो गए।””

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