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पुलिस को लगा था कि शायद इस बीच लड़की अपने घर लौट आई होगी या शायद घर वालों को उनकी लड़की के बारे में कोई सूचना मिली होगी। इन तमाम सवालो का जवाब पाने के लिए पुलिस कांकेर गई थी लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। बता दें साल 2010 के मई के महीने में राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में सत्संग का आयोजन किया गया था जिसमें दूर-दूर से कई श्रद्धालु आए थे।
उन्हीं में से एक थी कांकेर जिले के नरहरपुर ब्लॉक के ग्राम उमरगा टिकरापारा की रहने वाली चमरू मंडावी जो अपनी 17 साल की बेटी लीलेश्वरी मंडावी को लेकर परिवार के अन्य सदस्यो के साथ इस सत्संग में भाग लेने आई थी। लीलेश्वरी सत्संग के दौरान टॉयलेट के लिए गई लेकिन सत्संग खत्म हो जाने के बाद भी वो नहीं लौटी। काफी खोज खबर करने के बाद भी जब लीलेश्वरी नहीं मिली तो परिजनों ने मिलकर सरस्वती नगर थाने में लीलेश्वरी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस आज भी इस दिशा में प्रयासरत है और आज भी लीलेश्वरी के परिवार वाले उसके इंतजार में अपना दिन काट रहे हैं।