जयपुर। पिंकसिटी के परकोटे को जितना बर्बाद दुकानदारों ने किया है, उससे ज्यादा भूमिका जिम्मेदारों की नजर आती है। परकोटे के बरामदे तो अतिक्रमण की चपेट में लम्बे समय से आए हुए हैं, लेकिन यहां तो अब जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण परकोटे के बरामदे की छत पर ही अब तो होटलें तक खुल गई हैं। बाकायदा आपको बैठने के लिए टेबल-कुर्सी तक की व्यवस्था की गई है।
रामगंज बाजार में यह दृश्य सभी को दिखता है, केवल जिम्मेदार नगर निगम के अलावा। बावजूद यहां कोई दूर-दूर तक कार्रवाई नजर नहीं आती है।
कुछ दुकानदारों ने तो बरामदें में अपनी होटलें इस तरह चला रखी है कि आप पैदल चल ही नहीं सकते।
निगम का अतिक्रमण दस्ता कभी-कभार यहां जाता भी है तो फौरी कार्रवाई कर वापस लौट आता है। निगम की कार्रवाई के चौबीस घंटे बाद ही यहां के हालात पहले जैसे हो जाते हैं।