रातभर रहेगी लोकगीतों की धूम
धींगाणे की धूम और उल्लास उमंग और मस्ती के आलम में रातभर पारम्परिक गवर गीतों का दौर भी चलेगा। महिला सशक्तीकरण से जुड़े देशभर में एकमात्र जोधपुर में आयोजित अनूठे मेले के दौरान देर रात तक भीतरी शहर की तंग गलियों में महिलाओं का एक छत्र राज कायम रहेगा।
भोर को होगी भोळावणी
धींगा गवर की भोळावणी शनिवार देर रात पूजन अनुष्ठान पूरा होने के बाद भोर के पहले होगी। भोळावणी के दौरान तीजणियां सभी गवर पूजन सामग्री को पवित्र जलाशय में विसर्जित कर देगी। शहर के मोहल्लों में गवर प्रतिमा को आभूषणों से सजाने के बाद दर्शनार्थ रखा जाएगा। वहीं सोलह दिवसीय धींगा गवर पूजन महोत्सव समापन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को शहर के प्रमुख जलाशयों पर मेले सा माहौल रहा। समूह के रूप में पहुंची तीजणियां चांदी-तांबा, पीतल और स्टील के मिनारनुमा लोटियों में जल भरने के बाद गाजे-बाजे के साथ गवर पूजन स्थल पहुंची। लोटियों के मेले के दौरान समूचा क्षेत्र भंवर म्हाने खेलण द्यो गिणगौर … की धुनों से गूंज उठा। आभूषणों से लकदक तीजणियों में खासा उत्साह नजर आया। गवर पूजन स्थल पर तीजणियों ने समूह के रूप में गवर माता को जल पिलाने की रस्म पूरी की। इससे पूर्व पदमसर-रानीसर आदि जलाशयों पर लोटियों का चंदन, दूब और पुष्प से पूजन किया गया ।