मुकुट गर्ग
पिनान. चार बावड़ी और चौरासी कुएं कभी पिनान की प्यास बुझाते थे। कुएं-बावड़ी वक्त की मार से खण्डर बन गए और बांध बारिश के अभाव में सूख गया। नतीजा भूजल स्तर गिर गया तो नलकूप भी नकारा होने लगे हैं। हालत यह है कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में करीब दो दर्जन सरकारी नलकूप हैं और करीब बीस हैण्ड पम्प भी लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रहे हैं। वे बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। कई मोहल्लों में तीन दिन के अंतराल से पेयजल की आपूर्ति हो रही है।
यहां है पेयजल संकट
बैरेर, पाड़ा, डोरोली, झांकड़ा, बहड़ोकलां, कानेटी, रूपबास, बीलेटा, छोटा राजपुर, छिलोड़ी, बारा भड़कोल आदि गांवों में लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। इसके अलावा पीनान के सैनी मोहल्ले, शान्ति कॉलोनी, गुमनाडू का बास सहित कई इलाकों में सरकारी पेयजल सुविधा तक नहीं है। इन इलाकों के लोग निजी स्तर पर पानी जुटाकर प्यास बुझा रहे हैं। पिनान कस्बे में मुख्यतौर पर जलदाय विभाग की एक टंकी है। इससे उपरला बाजार व चौकीदार मोहल्लें के करीब एक दर्जन परिवारों को पेयजल की आपूर्ति हो पाती है। जबकि पूर्व में यहां से करीब अस्सी फीसदी परिवारों को पेयजल मुहैया होता था। । इसके अलावा विभाग की ओर से बैरवा कॉलोनी, मेव मोहल्ला व रसूलपुर रोड़ पर एक एक बोरिंग है। जिनसे केवल मेव मोहल्ले की बोरिंग से तीन दिन के अंतराल से पेयजल की आपूर्ति होती है।
बेटियों की भी नहीं ली सुध
कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में डेढ़ साल से 250 से 300 रुपए खर्च कर टेंकरों से पेयजल मंगवाया जा रहा है। छात्राएं फ्लोराइडयुक्त पानी पीने को मजबूर है। पूर्व में कई छात्राएं फ्लोराइडयुक्त पानी पीकर बीमार हो चुकी हैं। लेकिन लेकिन आजतक विद्यालय में आरो की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
कस्बे में जलदाय विभाग नई पाइप लाइन डालकर कनेक्शन की प्रक्रिया शुरू करे तो सुचारू जलापूर्ति संभव है। जल सप्लाई के दौरान कर्मचारियों को विभागीय नियमों का पालन करना चाहिए।
बिरजू राम मीना सरपंच
कस्बे में नलकूपों के अलावा वैकल्पिक जल संसाधन नहीं होने से पेयजल की विकट समस्या बनी हुई है। तीन दिन में मिल रहे पानी से भी कई बार वंचित रहना पड़ रहा है।
कशोरी लाल उपाध्याय सेवानिवृत अध्यापक
जलदाय विभाग की पुरानी पाइप लाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिसके कारण घरों में गंदा पानी आ रहा है। विभाग को लाइन दुरुस्त करानी चाहिए।
गंगालहरी पाराशर सेवानिवृत सहायक कर्मचारी
जल स्तर घट जाने के बाद कई किलोमीटर दूर से निजी नलकूपों से लोगों का पानी लाना पड़ रहा है। जलसंकट के हल के लिए कदम उठाए जाएं। बीरबल प्रजापतसेवानिवृत कानूनगो
पिनान में पेजयल की समस्या को देखते हुए दो बोरिंग की स्वीकृती मिली है। जिनका टेण्डर वैरायटी पर चल रहा है टेण्डर आने के बाद मई के प्रथम सप्ताह तक बोरिंग कराने का प्रयास किया जाएगा।
अशोक मीनासहायक अभियंता जलदाय विभाग रैणी