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धन के लालच में ली थी मासूमों की जान

locationअलवरPublished: Jul 04, 2015 01:39:00 am

मुण्डावर थाना क्षेत्र
के गांव पेहल में बीस मई को अपहरण कर दो बच्चों की हत्या के मामले में पुलिस ने
पेहल निवासी तीन जनों को गुरूवार रात को उनके

Alwar news

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मुण्डावर। मुण्डावर थाना क्षेत्र के गांव पेहल में बीस मई को अपहरण कर दो बच्चों की हत्या के मामले में पुलिस ने पेहल निवासी तीन जनों को गुरूवार रात को उनके घरों से गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी राजवीर सिंह ने बताया कि आरोपितों ने गांव के पास पहाड़ी पर खण्डरनुमा महल से धन निकालने के लिए तांत्रिक क्रिया के दौरान पेहल निवासी हजारी लाल के दो पौत्र रोहित एवं बिट्टू की हत्या कर दी थी। मुख्य आरोपित विक्रम रेवाडिया सट्टे का कारोबार करता है तथा वह कई दिनों से किले से गड़ा हुआ धन निकालने की जुगत में था।

इसके लिए आस-पास के कई तांत्रिकों एवं लोगों से उसने घटना से पूर्व जिक्र भी किया था। इस बीच वह यूपी के एक तांत्रिक से मिला, जिसने महल से धन निकालने के लिए एक ही मां के सात से दस वर्ष की उम्र के दो बच्चों की बलि देने की बात कही। इसके बाद से वह उन लोगों से दोस्ती बढ़ाने लगा, जिनके बच्चे सात से दस वर्ष की उम्र के हैं। इस दौरान उसका आना-जाना हजारी लाल के घर हो गया तथा उसने हजारी लाल के पुत्रों से दोस्ती बढ़ा ली। विक्रम ने इस काम के लिए गांव के ही राजू सैन को बीस हजार रूपए का लालच देकर साथ मिला लिया। राजू ने पहले तो बच्चों को लाने से मना कर दिया।

लेकिन विक्रम ने उसे शराब पिला कर बच्चों को लाने के लिए राजी कर लिया। राजू ने एक-एक कर पहले रोहित तथा उसके बाद बिट्टू को बहला फुसला कर ले जा कर बड़ वाला कुआं के पास पुराने औषधालय के सामने गाड़ी लेकर खड़े विक्रम रेवाडिया, जीतू व एक तांत्रिक को सौंप दिया। इसके बाद विक्रम रेवाडिया व उसके साथी दोनों बच्चों को गाड़ी में बैठा कर ततारपुर चौराहे की ओर निकल गए। विक्रम ने जीतू व राजू को हिदायत दी कि वे उसे किसी भी स्थिति में मोबाइल से बात नहीं करें। बच्चों को ले जाते समय जीतू को रास्ते में उतार दिया तथा कहा कि वे कुछ देर बाद किले की ओर आएंगे तथा उसे आने के लिए गाड़ी का हार्न बजा कर संकेत देंगे।

उसके बाद वह और जीतू भी किले पर पंहुच गए। विक्रम ने जीतू से तंात्रिक क्रिया के दौरान आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए कहा। विक्रम ने इस काम के लिए जीतू को भी पचास हजार रूपए दिए थे। थाना प्रभारी ने बताया कि विक्रम रेवाडिया दोनों बच्चों को लेकर बीस मई को ही दोपहर दो से ढाई बजे के बीच खण्डर महल में पंहुचा था। जहां दोनों बच्चों के कपड़े उतार कर तांत्रिक क्रिया के दौरान बेरहमी से गर्दन तोड़ कर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों बच्चों के शवों को महल में ही अलग-अलग स्थानों पर पत्थरों से दबा दिया।

हत्या करके भी लोगों के बीच रहे
वारदात के बाद आरोपित गांव में आगए तथा मामले को दूसरी दिशा में धकेलने का प्रयास करने में लग गए। विक्रम रेवाडिया अपनी सहानुभूति बटोरने के लिए बेहोश हुई बच्चों की मां को इलाज के लिए अस्पताल भी ले गया तथा मामले में बच्चों को बरामद करने की मांग कर रहे ग्रामीणों के साथ लोगों की राय जानने तथा लोगों को गुमराह करने में लगा रहा। उल्लेखनीय है कि पुलिस को हजारी लाल के दो पौत्रों के शव पेहल के किले में पत्थरों से दबे हुए 24 मई को मिले थे।

मुख्य आरोपित तीन दिन के रिमाण्ड पर
पुलिस ने तीनों आरोपितों को शुक्रवार को मुण्डावर के न्यायालय में पेश किया। जहां से राजू सैन को जेल भेज दिया गया। तथा विक्रम रेवाडिया एवं जीतू कुम्हार को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस ने तांत्रिक की तलाश में टीमें उत्तर प्रदेश रवाना की हैं। आरोपी विक्रम को तांत्रिक क्रिया पूरी होने के दो-तीन दिन बाद महल में खुदाई करनी थी, लेकिन गांव में आंदोलन के चलते किले में खुुदाई नहीं कर पाया।
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