अब अलवर से सीधे कानपुर-बंगाल
अलवरPublished: Mar 28, 2015 11:14:00 pm
पूर्व और मध्य भारत के विद्युतीकृत
रेल नेटवर्क से अलवर अब सीधा जुड़ गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने
अलवर। पूर्व और मध्य भारत के विद्युतीकृत रेल नेटवर्क से अलवर अब सीधा जुड़ गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने अलवर-मथुरा रेलवे मार्ग पर विद्युतीकरण पूरा होने के बाद शनिवार को शिवाजी पार्क माल गोदाम यार्ड को जंक्शन से जोड़ने वाली इंटर लॉकिंग रेल लाइन के उद्घाटन के साथ लाइन क्लियर कर दी। अब पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तरप्रदेश की टे्रनें अलवर से होकर सीधे मुम्बई तक जा सकेंगी।
साथ ही जुलाई महीने तक रेवाड़ी मार्ग पर भी विद्युतीकरण कार्य पूरा हो जाएगा। रेलवे के महाप्रबंधक अनिल सिंघल ने शनिवार को स्टेशन अधीक्षक कक्ष से अलवर (शिवाजीपार्क) माल गोदाम में डाली गई नई लाइन (इंटर लॉकिंग) का वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। उन्होंने माल गोदाम कैबिन के स्टेशन मास्टर से ट्रेनों के संचालन पर सवाल पूछे और ट्रेनों के परिसंचालन की जानकारी ली। सिंघल शुक्रवार को ही अलवर आए थे।
जीएम ने जांचा-परखा पूरा तंत्र
महाप्रबंधक सिंघल स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार सुबह 9.20 बजे अलवर जंक्शन पर पहुंचे। आरपीएफ ने जंक्शन पर जीएम को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उन्होंने उद्घाटन के बाद आरपीएफ थाने में दर्ज शिकायतों का रिकॉर्ड देखा। थाना प्रभारी नरेश कुमार व आरपीएफ उपायुक्त एके अग्निहोत्री ने उनको अलवर क्षेत्र में टे्रनों में होने वाली घटनाओं के बारे में बताया। जीएम ने कंट्रोल में आने वाले फोन कॉल के बारे में पूछा। उसके बाद जंक्शन स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवा स्टोर व कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाएं देखी। सिंघल ने इंजीनियरिंग विभाग को जंक्शन के बाहर कार पार्किंग का निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि पार्किंग के लिए योजना को अनुमति मिल चुकी है।
कई ट्रेनें हुई प्रभावित
जीएम स्पेशल ट्रेन के चलते अलवर जंक्शन पर इलाहाबाद एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेने लम्बे समय तक खड़ी रही। क्योंकि अलवर से जीएम जयपुर की ओर गए थे। अलवर से बांदीकुई सिंगल रेलवे ट्रैक है। इसलिए अन्य ट्रेनों को दोनों तरफ रोक कर रखा गया।
सबसे अलग होगा अलवर जंक्शन
सिंघल ने राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में कहा कि राजस्थान के सभी रेलवे जंक्शन से अलग अलवर जंक्शन होगा। आगामी सालों में अलवर जंक्शन पर ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी व यात्रियों के लिए सुविधाएं बढेंगी। दिल्ली-अहमदाबाद रेल मार्ग पर अलवर जंक्शन पर सबसे अधिक विकास कार्य चल रहे हैं। अलवर जंक्शन पर तीन नम्बर प्लेट फार्म के लिए अप्रेल महीने में बजट मिलेगा। उस बजट के अनुसार प्लेट फार्म निर्माण का कार्य शुरू होगा। उत्तर पश्चिम रेलवे को निर्माण कार्यों के लिए जो बजट मिलेगा। उसका कितना हिस्सा कहां खर्च होगा। इसकी योजना बनाई जा रही है।
अगले महीने लगेगी एटीवीएम मशीन
अलवर जंक्शन पर 4 से 6 एटीवीएम मशीन लगनी हैं। अप्रेल महीने के अंत तक मशीनों के लगने का काम शुरू हो जाएगा। जरूरत के हिसाब से जंक्शन के दोनों प्लेट फार्म व आरक्षण केंद्र में मशीनों को लगाया जाएगा।
दोहरीकरण का प्रोजेक्ट भेजा
जीएम ने बताया कि अलवर -बांदीकुई लाइन के दोहरीकरण का प्रोजेक्ट बनाकर रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। रेलवे बोर्ड ने उस प्रोजेक्ट में कुछ कमियां निकाली थी व उत्तर पश्चिम रेलवे से जरूरी सवाल पूछे थे। जिनके जवाब भेज दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिलते ही दोहरीकरण का काम शुरू हो जाएगा।
सुरक्षा के हैं पर्याप्त इंतजाम
अलवर जंक्शन पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। आरपीएफ व जीआरपी की तरफ से ट्रेनों व जंक्शन पर दिन-रात लगातार चैकिंग की जाती है। आरपीएफ थाने में बल के कर्मियों की संख्या बढ़ाने की योजना है। जंक्शन के मुख्य द्वार पर मैटलडिट्क्टर सहित अन्य सुरक्षा उपकरण मौजूद हैं।
निरीक्षण स्पेशल ट्रेन में आई परेशानी
उत्तर पश्चिम रेलवे के जीएम जिस ट्रेन से अलवर जंक्शन पर पहुंचे थे। उस ट्रेन के लगातार गैस निकल रही थी। ट्रेन के अंतिम डिब्बे का एक पाइप ढ़ीला था। इसलिए ट्रेन को चलने में समय लगा। उसके अलावा जीएम जिस विशेष्ा डिब्बे में बैठे हुए थे। उस डिब्बे के पहिए के नीचे एक लकड़ी का गुटका फंस गया था। जिसको निकालने में भी समय लगा। ट्रेन करीब 8 मिनट तक स्टेशन पर खड़ी रही।
स्टेशन अधीक्षक को मिला पुरस्कार
जीएम ने अलवर जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक एसएन शर्मा को 25 हजार रूपए का इनाम देने की घोष्ाणा की है।उन्हें बेहतर कार्य व कुशल नेतृत्व के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।