कहा जाता है कि एक शिक्षित व आत्मनिर्भर महिला अपनी प्रतिभा और प्रतिबद्धता की दम पर पूरी दुनिया को अपने मुट्ठी में बंद कर सकती है। कुछ ऐसा ही किया भारतीय मूल की इंद्र नूई ने।
कहा जाता है कि एक शिक्षित व आत्मनिर्भर महिला अपनी प्रतिभा और प्रतिबद्धता की दम पर पूरी दुनिया को अपने मुट्ठी में बंद कर सकती है। कुछ ऐसा ही किया भारतीय मूल की इंद्र नूई ने। इंद्रा नूई पेप्सिको की सीईओ है और विश्व की शक्तिशाली महिलाओं में शुमार की जाती है। आज (28 अक्टूबर 1955 को) इंद्रा नूई का जन्मदिन है। इस अवसर पर हम आपको बताने जा रहे हैं नूई की संघर्ष की कहानी।
रिशेपस्निस्ट की तौर पर शुरू किया था करियरआज इंद्रा नूई जिस जगह पर उसके लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया है। एक अंग्रेजी पत्रिका के मुताबिक नूई ने अपने करियर की शुरुआत एक रिसेप्शनिस्ट की तौर पर की थी। अपने मास्टर्स के कोर्स के दौरान पैसे कमाने के लिए नूई एक जगह पर रिसेप्शनिस्ट के तौर पर मिड नाइट से सुबह 5 बजे तक काम करती थीं।
साधारण से परिवार की रहने वाली थी इंद्राचेन्नई के साधारण से परिवार में जन्मीं इंद्रा नूई ने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से केमिस्ट्री में बैचलर्स की डिग्री प्राप्त की है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कोलकाता से मैनेजमेंट की पोस्ट ग्रेजुएशन पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत में मेत्युर बिअर्डसेल एंड जॉनसन एंड जॉनसन में उन्होंने नौकरी की।
बिजनेस की बारीकियां सीखने गई अमेरिकाइंद्रा नूई को नौकरी करने के दौरान आभास हुआ कि यदि करियर संवारना है तो अपनी प्रतिभा को और धारदार बनाना पड़ेगा तथा बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की इंटरनेशनल एजुकेशन प्राप्त करना होगी। इसके बाद उन्होंने बिजनेस की बारीकियां सीखने के लिए अमेरिका के येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से मास्टर ऑफ पब्लिक मैनेजमेंट की डिग्री ली।
READ: दुनिया के सबसे दौलतमंद इंसान को 17 साल की उम्र में खानी पड़ी थी जेल की हवा1994 में ज्वाइन की पेप्सिकोअमेरिका में पढ़ाई पूरी करने के बाद नूई ने बॉस्टन कंसल्टेंसी के साथ अपना करियर शुरू किया। हालांकि 1986 में कार एक्सीडेंट के बाद उन्होंने कंसल्टेंसी जॉब को अलविदा कहकर कॉरपोरेट स्ट्रेटेजी में करियर बनाने की ठानी। इसके बाद उन्होंने मोटोरोला और फिर एबीबी ज्वाइन किया। इसके बाद 1994 में उन्हें पेप्सिको का ऑफर मिला, पहले तो उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया, बाद में मान गई। नूई पेप्सिको के बिखरे कारोबार को संवारने का काम किया।
2006 में बनी पेप्सिको की सीईओइंद्रा नूई के नेतृत्व में पेप्सिको ने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी कोका-कोला को कड़ी टक्कर दी और धीरे-धीरे सफलता के नए आयाम छुए। 14 अगस्त 2006 में पेप्सिको के चेयरमैन व सीईओ रेनमुंड ने अपनी समय पूर्व सेवानिवृत्ति और इंद्रा नूई को अपना उत्तराधिकारी बनाने की घोषणा की। एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक पिछले साल के अंत में पेप्सिको की कैपिटल वैल्यू 131 बिलियन डॉलर थी। वर्तमान में इंद्रा नूई पेप्सिको की चेयरमैन और सीईओ है।
इंदिरा की फैमिलीइंदिरा की शादी राजकुमार नूई से हुई है। वे पेशे अमेरिका में मैनेजमेंट कन्सल्टेंट हैं। उनकी दो बेटियां है, जो ग्रीनविच कनेक्टिकट में रहती हैं। उनकी बड़ी बहन चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन एक मशहूर सिंगर हैं। इंद्रा नूई को दुनिया की सबसे तकातवर महिलाओं में शुमार किया जाता है।