जब एक कक्षा में पढने वाले सभी छात्र एक ही विषय में फेल हो जाए तो इसे क्या कहा जाएगा। जी हां कुछ एेसा ही हुआ है राजस्थान विश्वविधालय के बीसीए प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ। राजस्थान विश्वविद्यालय में बीसीए की पढ़ाई कर रहे सभी विद्यार्थी एक विषय में फेल हो गए हैं।
जब एक कक्षा में पढने वाले सभी छात्र एक ही विषय में फेल हो जाए तो इसे क्या कहा जाएगा। जी हां कुछ एेसा ही हुआ है राजस्थान विश्वविधालय के बीसीए प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ। राजस्थान विश्वविद्यालय में बीसीए की पढ़ाई कर रहे सभी विद्यार्थी एक विषय में फेल हो गए हैं।
बीसीए के प्रथम वर्ष के अनिवार्य प्रश्नपत्र हिस्ट्री ऑफ साइंस एंड इन्वेंशन के ड्यू पेपर में बीसीए के सभी छात्रों को युनिवर्सिटी ने फेल घोषित कर दिया है।
फेल होने वाले छात्रों में से अधिकतर ने इस पेपर के अलावा अन्य विषयो में 60 से लेकर 80 प्रतिशत तक अंक हासिल किये हैं। हालांकि बीसीए का पाठ्यक्रम गत वर्ष बदला जा चुका है और यह पेपर उस बदले हुए पाठ्यक्रम का हिस्सा तो नहीं है लेकिन पहले यह पेपर कम्पलसरी था।
इन विद्यार्थियों का पेपर ड्यू रहने के कारण उन्होंने इस विषय का पेपर दुबारा दिया था जिसमें सभी छात्र फेल हो गए। इसको लेकर विद्यार्थियों में रोष व्याप्त है छात्रों ने इस पूरे मामले में गडबडी करने आैर विश्वविधालय की लापरवाही का आरोप लगाते हुए। कुलपति सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर कॉपी दुबारा जंचवाने की मांग की है।