मैसूरु.प्रदेश के पनबिजली संयंत्रों को जल की आपूर्ति कर रहे जलाशयों में यदि पानी का बहाव जल्द नहीं बढ़ाया गया तो राज्य में बिजली का संकट खड़ा हो सकता है।
कर्नाटक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केपीसीएल) के प्रबंध निदेशक जी. कुमार ने बताया कि लिंगनमक्की, मणि और सुपा जलाशयों में पिछले साल 69.12 टीएमसी पानी की तुलना में इस साल पानी का बहाव 60.88 टीएमसी है।
बिजली उत्पादन के लिए पानी का बहाव कम-से-कम 101.19 टीएमसी होना ही चाहिए। कुमार ने कहा कि हालांकि बिजली की कमी को केपीसीएल के दो नए थर्मल पावर स्टेशनों से पूरा किया जा सकता है। करीब एक माह बाद दोनों स्टेशनों का संचालन होने के बाद संयुक्त रूप से 1500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। बिजली की कमी की संभावनाओं को देखते हुए कुमार ने लोगों से सौर ऊर्जा का उपयोग करने की अपील की।