राशन डीलरों की राशन वितरण व्यवस्था पर गुरुवार को पंचायत समिति की हुई साधारण सभा की बैठक में सरपंच एवं पंचायत समिति सदस्यों ने प्रश्न चिह्न लगा दिया।
जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाए कि सरकार की ओर से दिए जाने वाला राशन उसके हकदारों तक नहीं पहुंच रहा है। यदि जिले भर के राशन डीलरों के रिकॉर्ड का वास्तविक तरीके से सत्यापन हो तो डीलरों की हकीकत सबके सामने आ जाएगी।
जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाए कि लोगों का राशन डीलर ही डकार रहे हैं। इस पर प्रधान देवेन्द्रप्रताप सिंह उर्फ मोनू जादौन ने रसद विभाग के अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक कराकर समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
ग्राम पंचायत सिंघावली बरेह की लिपिक एवं कार्यवाहक सचिव ने बैठक में कहा कि हमारी पंचायत में डीलरों की ओर से ऑनलाइन के नाम पर 5 रुपए का फार्म भरवाया जा रहा है, जिसका लोगों से पता चला है।
कई लोगों से तो चार-चार फार्म भरवाए गए हैं, जिसकी जानकारी सरकारी कर्मचारी तक को नहीं है। एक जनप्रतिनिधि ने तो यहां तक आरोप लगा दिए कि कुछ राशन डीलर फर्जी सील और मोहरों को उपयोग में ले रहे हैं।
मांगरौल सरपंच ने कहा कि उनकी पंचायत में कुल 1200 राशन कार्ड बनाए गए, वह सभी निरस्त कैसे हो गए। वहीं कुछ ने आरोप लगाए कि जब तक शौचालय नहीं बनेंगे, लोगों को राशन कार्ड नहीं दिए जाएंगे।
इस पर विकास अधिकारी रामबोल सिंह ने बताया कि इस संबंध में विभाग की ओर से कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। सरपंच बौहरे महेश शर्मा ने कहा कि समानीकरण में जो स्कूल भवन खाली हुएहैं, वह अतिक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इसके लिए विभाग को ध्यान देना चाहिए।
बैठक में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, पशुपालन, सिंचाई, पेंशन, आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति आदि पर जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों से सवाल-जवाब किए। इस मौके पर बीडीओ रामबोल सिंह, सीडीपीओ गरिमा उपाध्याय, सरपंच जयवीर पोषवाल, जयप्रकाश बंसल, सचिव संदीप शर्मा आदि मौजूद थे।