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तेज अंधड़ के साथ बारिश 

locationजयपुरPublished: Oct 29, 2015 03:08:00 am

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afjal

जिलेभर में बुधवार शाम को तेज अंधड़ के साथ कहीं पर हल्की तो कहीं पर तेज बारिश हुई। लालसोट उपखण्ड के राहुवास इलाके में कई जगह चने तो कई जगह बेर आकार के ओले गिरे। बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। 

जिलेभर में बुधवार शाम को तेज अंधड़ के साथ कहीं पर हल्की तो कहीं पर तेज बारिश हुई। लालसोट उपखण्ड के राहुवास इलाके में कई जगह चने तो कई जगह बेर आकार के ओले गिरे। बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। 

अब इस बारिश से किसानों को रबी की फसलों की बुवाई में फायदा मिलेगा। तेज अंधड़ से मकानों व दुकानों के आगे लगे कई जगह टीन टप्पर उड़ गए। कई जगह पेड़ तो कई जगह उनकी शाखाएं टूट गई। 

कई जगह बिजली भी गुल हो गई। जिलेभर में मंगलवार रात से ही मौसम का मिजाज बदल गया। महुवा में मंगलवार देर रात बारिश हुई। जिला मुख्यालय पर बुधवार दोपहर को बूंदाबांदी हुई। जिला मुख्यालय एवं बांदीकुई, लालसोट, महुवा, नांगलराजावतान व सिकराय उपखण्ड क्षेत्र में चहुं ओर बारिश हुई।

दलते मौसम के मिजाज से एकाएक सर्दी ने भी असर दिखाना शुरू कर दिया है। शाम को ठण्डी हवा से लोग ठिठुर गए। कई लोगों ने तो गर्म कपड़े भी निकाल लिए। 

खिल उठे किसानों के चेहरे 
इस समय रबी की फसलों की बुवाई से पूर्व खेतों में पलाव (बुवाई पूर्व सिंचाई) का काम चल रहा है। बारिश होते उन किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।

इससे सबसे अधिक फायदा उन किसानों को होगा जिनके पास सिंचाई के लिए संसाधन नहीं है और वे चना व सरसों की बुवाई कर सकेंगे। ये दोनों ही फसलें बरसात पर आधारित है। यानि काली मिट्टी वाले खेतों में एक बार सरसों एवं चने की बुवाई हो जाए तो वह आगे बिना पानी के ही पैदा हो सकती है।

अब पूरा हो सकता है लक्ष्य 
कृषि विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो इस बार सवा 2 लाख हैक्टेयर भूमि में रबी की फसलों की बुवाई लक्ष्य रखा गया है। इसमें 95 हजार हैक्टेयर भूमि में सरसों, 90 हजार में गेहूं, 18 हजार में चना, 15 हजार में जौ, 3 हजार में तारामीरा, ढाई हजार में सब्जी, साढ़े 3 हजार में हरा चारा, एवं 2 हजार हैक्टेयर भूमि में अन्य फसलों की बुवाई का लक्ष्य है।

बांदीकुई ञ्च पत्रिका. उपखण्ड मुख्यालय सहित क्षेत्र में बुधवार शाम तेज हवा के साथ बारिश होने के साथ ही ठण्डक बढ़ गई। शाम आकाशीय बिजली की गर्र्जना हुई। दिनभर बादल छाए रहे। बारिश से बाजार में सन्नाटा पसर गया। 

चाट-पकौड़ी की दुकानों पर लोगों की भीड़भाड़ नजर आई। बारिश से मुख्य मार्गों पर पानी भर गया। तेज हवा के कारण कई बार बिजली भी गुल हो गई। क्षेत्र के भाण्डेड़ा, गुढ़ाकटला, नांगवास, बडिय़ाल खुर्द, आभानेरी, पण्डितपुरा सहित कई क्षेत्रों में बारिश हुई है। सहायक कृषि अधिकारी बनवारीलाल शर्मा ने बताया कि यह बारिश फसल के लिए फायदा करेगी। 

सिकंदरा ञ्च पत्रिका. कस्बे सहित आस-पास के गांवों में बुधवार शाम को करीब आधा घंटे तक बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे। तेज हवा से टीन-टप्पर भी उड़ गए।

बारिश के साथ गिरे ओले 
लालसोट ञ्च पत्रिका. शहर एवं ग्रामीण इलाकों में शाम करीब छह बजे हुई तेज बारिश से जगह जगह पानी जमा हो गया। राहुवास समेत कई गांवों में चने के आकार के ओले भी गिरे। (नि.प्र.)
दुब्बी ञ्च पत्रिका. कालाखो, धनावड़, रेटा, पीलवा, भोजपुरा सहित आसपास के गांवों में दिनभर बादल छाए रहे। शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई। 
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