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टूटे घर और बर्बाद फसल का मुआयना

locationचेन्नईPublished: Nov 27, 2015 11:40:00 pm

बाढ़ प्रभावित कडलूर जिले का शुक्रवार को केंद्रीय दल ने दौरा किया। नौ
सदस्यीय दल ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बारिश से हुई क्षति का
आकलन

Chennai news

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चेन्नई। बाढ़ प्रभावित कडलूर जिले का शुक्रवार को केंद्रीय दल ने दौरा किया। नौ सदस्यीय दल ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बारिश से हुई क्षति का आकलन किया और जनता से यथास्थिति के बारे में बात की। इस बीच मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को भारी बरसात की संभावना व्यक्त की है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद की अगुवाई में यह दल तमिलनाडु आया है। गुरुवार को टीम ने चेन्नई, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों का दौरा किया। फिर कडलूर के लिए यह टीम रवाना हुई।

उल्लेखनीय है कि 9 नवम्बर की भारी बरसात से कडलूर जिले के दो सौ से अधिक गांव जलमग्न हो गए थे। इस जिले में पचास से अधिक लोग बाढ़ की वजह से मारे गए। यहां मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने राहत व बचाव कार्य के लिए छह मंत्रियों और इतने ही वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को तैनात कर रखा है।

बेघर लोगों की सुनीं समस्या : सुबह दस बजे केंद्रीय दल ने अन्ना विवि की स्थानीय शाखा के परिसर में अधिकारियों से चर्चा की। जिला कलक्टर सुरेश कुमार ने बाढ़ से हुई क्षति और किए गए उपायों के बारे में दल को बताया। बैठक के बाद यह टीम कीलइरुप्पू, मेलइरुप्पू होते हुए विचूर पहुंची। वहां बाढ़ प्रभावितों के हाल जाने। टीम ने जिले में चल रहे शिविर में बसे लोगों की समस्याएं सुनीं। भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए घर और खड़ी फसल का भी अवलोकन किया। यह टीम चेन्नईआकर दिल्ली के लिए उड़ान भरेगी और बाढ़ से हुई क्षति की रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर राज्य को वित्तीय मदद जारी की जाएगी। केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री जयललिता के आग्रह पर पहली किस्त के तौर पर 939.63 करोड़ रुपए जारी किए है।

मौसम विभाग की चेतावनी
अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई तो दो दिनों की धूप से खिले चेहरों के लिए रविवार और सोमवार फिर आफत ला सकते हैं। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को भारी बरसात की संभावना व्यक्त की है। विभाग के अधिकारी का कहना है कि शनिवार से ही बरसात का असर दिखना शुरू हो जाएगा। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में बने कम दबाव के क्षेत्र से तटीय और अंदरूनी इलाकों में बरसात होगी। दक्षिणी अंडमान के समुद्र में ऊपरी वायु का नया चक्र बना है। इस नए तंत्र से अगले चौबीस घंटों में बरसात होगी।
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