बलरामपुर जिले के दलधोवा घाट स्थित पुलिया में पलटी बस, 17 यात्रियों की हो गई है मौत, सेना के हेलीकॉप्टर से 2 गंभीर घायलों को ले जाया गया था रायपुर
Bus accident
अंबिकापुर/रामानुजगंज. बलरामपुर जिले के दलधोवा घाट में तेज रफ्तार में जा रही महेंद्रा बस बुधवार की रात पुलिया में गिर गई। इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। बस झारखंड के गढ़वा से रायपुर के लिए शाम साढ़े 6 बजे निकली थी। घायल यात्रियों का कहना है कि रामानुजगंज से निकलने के बाद ड्राइवर ने बस को एक ढाबे में रोका था। इस दौरान उसने शराब का सेवन किया था।
ढाबे से निकलने के बाद रास्ते में बस 2 जगह पलटने से बची थी। इस पर यात्रियों ने आपत्ति भी जताई थी, लेकिन ड्राइवर नहीं माना। अंतत: दलधोवा घाट में उसने सड़क किनारे जा रहे बाइक सवार पर बस चढ़ा दी और अनियंत्रित होकर पुलिया के नीचे गिर गई। हादसे में बाइक सवार की भी मौके पर ही मौत हो गई थी।
झारखंड के गढ़वा से बुधवार की शाम साढ़े 6 बजे महेंद्र बस क्रमांक जेएच 01 बीए-7969 रायपुर जाने के लिए निकली थी। बस में क्षमता से अधिक करीब 70 यात्री सवार थे। रामानुजगंज-बलरामपुर के बीच चालक ने एक ढाबे में बस रोकी। यहां यात्री नाश्ता करने लगे, इस दौरान ड्राइवर ने शराब का सेवन कर लिया। बस करीब 10 बजे ढाबे से यात्रियों को लेकर निकली।
इस दौरान ड्राइवर अनियंत्रित रफ्तार में बस दौड़ाने लगा। रास्ते में 2 स्थानों पर बस पलटते-पलटते बची। रफ्तार देख यात्रियों ने आपत्ति भी जताई, लेकिन ड्राइवर नहीं माना और नशे में ही बस दौड़ाता रहा। बस बलरामपुर से करीब 6 किलोमीटर आगे दलधोवा घाट क्षेत्र में से गुजर रही थी।
इसी दौरान उसने सड़क किनारे जा रहे हीरो बाइक क्रमांक सीजी 15 सीआर-0458 के चालक रामानुजगंज वार्ड क्रमांक-10 निवासी व व्यवसायी दिलीप गुप्ता पिता बिहारी गुप्ता 46 वर्ष को टक्कर मार दी। वे बिश्रामपुर से वापस घर लौट रहे थे। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर वहीं पुलिया के नीचे गिर गई। हादसे में बाइक सवार सहित 13 यात्रियों की मौत हो गई।
सभी को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां गंभीर स्थिति को देखते हुए 16 यात्रियों को अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। इनमें से 3 की जिला अस्पताल अंबिकापुर में मौत हो गई, जबकि सेना के हेलीकॉप्टर से नाजुक स्थिति में 2 घायलों को रायपुर ले जाया गया। बताया जा रहा है कि रायपुर में डॉक्टरों ने इनमें से एक को मृत घोषित कर दिया।
इस तरह हादसे में मरने वालों की संख्या 17 पहुंच गई। वहीं 37 घायलों का इलाज बलरामपुर व 11 का अंबिकापुर में अस्पताल इलाज जारी है।
राहत कार्य में जुटा हर कोई
पुलिया के नीचे से मृतकों व घायलों को निकालने प्रशासनिक व पुलिस अमला सहित क्षेत्र के लोग भी पहुंचे। जिसे जो भी वाहन मिलता उसी से घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचा। अंधेरा होने के कारण हालांकि बचाव कार्य में लोगों को मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन सभी ने मानवता का परिचय देते हुए इस कार्य में सहयोग किया।
रात में डटे रहे कलेक्टर-एसपी घटना की सूचना जैसे ही कलेक्टर अवनीश शरण व एसपी सदानंद कुमार को मिली, वे भी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने घायलों का हाल-चाल जाना व गंभीर घायलों को तत्काल अंबिकापुर व रायपुर के लिए रेफर कराया। वहीं जिले के सभी अस्पतालों के डॉक्टर रात में ही वहां पहुंचे और पूरी मुस्तैदी के साथ उपचार में लगे रहे।
आज प्रशासन द्वारा मृतकों को शव वाहन से परिजनों के साथ उनके गृहग्राम रवाना किया गया। इसके अलावा प्रशिक्षु आईएएस व एसडीएम जगदीश सोनकर जो कि पूर्व में पेशे से डॉक्टर थे, ने भी घायलों का इलाज किया।