नई दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) को आश्वस्त किया कि उनके बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण को और मजबूत बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनएसजी को मित्र देशों के अपने समकक्ष बलों के साथ नियमित अभ्यास करना चाहिए। सिंह ने कहा ,कोई भी विकसित देश आतंकी हमलों से अछूता नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि सभी प्रगतिशील समाजों को आतंकवाद के विरुद्ध खड़ा होना होगा। सिंह ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने वाले इस बल पर नागरिकों को पूरा विश्वास है।
उन्होंने कहा कि जनवरी में जब पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था तो उस समय सुरक्षा बलों ने महत्वपूर्ण परिसंपत्तियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया । गृहमंत्री ने कहा कि 198 4 में जब एनएसजी की स्थापना हुई थी, तो उस समय से लेकर अब तक देश सेवा करते हुए एनएसजी के 19 कर्मियों ने अपना बलिदान दिया है।
उन्होंने एनएसजी का आह्वान किया कि वह शहीद कर्मियों की याद में उनकी जीवनी से संबंधित पुस्तिका का प्रकाशन करे ताकि युवाओं को प्रेरणा मिल सके। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया कि एनएसजी कर्मियों के लिए और पदक शुरू किए जाएंगे। इसके पूर्व एनएसजी के महानिदेशक आरसी तायल ने कहा कि राज्य पुलिस बलों ने अपनी-अपनी विशेष आतंकवाद विरोधी इकाइयों स्थापित की हैं। एनएसजी इन इकाईयों के साथ नियमित अभ्यास करती है।