नई दिल्ली.जाने माने पेंटर सैयद हैदर रजा का शनिवार को नई दिल्ली के एक निजी अस्पताल देहांत हो गया। वह 94 वर्ष के थे। वह भारत के पहले कलाकार थे जिन्होंने यूरोपीय कला शैली के बीच भारतीय कला को वैश्विक पहचान दिलाई।
उनके पिता वन विभाग में डिप्टी रेंजर के पद पर कार्यरत थे। रजा अपनी पेंटिंग्स में चटख रंगों का इस्तेमाल करते थे। मुख्यतौर पर ऑयल या एक्रेलिक पेंङ्क्षटग बनाईं। पेंङ्क्षटग्स में ब्रम्हांड विज्ञान, भारतीय दर्शन की झलक दिखाई देती है। उन्होंने कूंची से एक बिंदु के आयाम को इतना बड़ा कर लोगों को अपने नजरिए से दिखाई।
सौराष्ट्र बेचकर बने थे सबसे महंगे भारतीय पेंटर
सौराष्ट्र नाम की उनकी पेंटिंग साल 2010 जाने माने नीलामी घर क्रिस्टी में 16.42 करोड़ रुपये में बिकी थी, यह उस समय तक बिकने बाली सबसे महंगी भारतीय पेंटिंग थी। इससे पहले यह रिकॉर्ड तैयब्ब मेहता की महिसासुर पेंटिंग के नाम पर दर्ज था।