मैनपुरी, इटावा से सेठ की 2.5 लाख रुपए की वसूली कर लौटे मुनीम के दिल में पैसे का लालच आ गया। उसने पैसे सेठ को देने की बजाए लूट की झूठी कहानी रच दी।
ग्वालियर। मैनपुरी, इटावा से सेठ की 2.5 लाख रुपए की वसूली कर लौटे मुनीम के दिल में पैसे का लालच आ गया। उसने पैसे सेठ को देने की बजाए लूट की झूठी कहानी रच दी। सेठ को उसकी कहानी हजम नहीं हुई तो उसने नौकर को पड़ाव पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में नौकर ने फर्जी लूट का सच उगल दिया।
एएसपी साऊथ दिनेश कौशल ने बताया कि कारोबारी मोहल्ला (हेमसिंह की परेड) निवासी नरेन्द्र राजौरिया दालबाजार निवासी विजय सिंघल के यहां मुनीम है। विजय दालबाजार में किराना का दलाल है। नरेन्द्र उनके यहां करीब 3 साल से काम कर रहा है। रविवार-सोमवार को इटावा, मैनपुरी में कारोबारियों से 2.5 लाख रुपए वसूली कर लौट रहे नरेन्द्र के मन में लालच आया गया। उसने सफर में लूट की फर्जी कहानी प्लान की। रात 9.30 बजे रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचकर विजय को लूट की कहानी सुनाई। पुलिस ने नरेन्द्र के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है।
इस पर शक
विजय ने बताया कि नरेन्द्र सोमवार शाम 4 बजे इटावा गया। रिश्तेदार रोहित ने उसे बस में बैठाया। शाम 6.30 बजे उसे फोन लगाया, तब नरेन्द्र गोहद में था फिर उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। रात 9.30 बजे उसने फोन कर बताया कि वह कंपू में आ गया। रोडवेज बस स्टैंड पर तीन लुटेरों ने चाकू अड़ाकर उससे पैसों से भरा बैग छीन ले गए। लूट के बाद नरेन्द्र चुपचाप कंपू तक क्यों आ गया, उसने तत्काल फोन क्यों नहीं किया? इस पर विजय को शक हुआ। उसने बातों में उलझा कर नरेन्द्र को घर बुलाया फिर पुलिस के हवाले कर दिया।