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तीन चेक पोस्ट प्रभारी हटने को तैयार!

locationग्वालियरPublished: Mar 01, 2015 10:24:00 am

परिवहन विभाग का दो हजार करोड़ रुपए का टारगेट पूरा हो, इसकी चिंता में डूबा परिवहन महकमा व उसके अफसरों की रणनीति धीरे-धीरे कारगर होती दिख रही है।

ग्वालियर। परिवहन विभाग का दो हजार करोड़ रुपए का टारगेट पूरा हो, इसकी चिंता में डूबा परिवहन महकमा व उसके अफसरों की रणनीति धीरे-धीरे कारगर होती दिख रही है। फरवरी माह में भले ही चेकपोस्ट प्रभारियों की स्वयं की कमाई कम हुई हो, मगर विभाग को चेकपोस्टों से पूर्व के राजस्व टारगेट को तिगुना करके देने से फरवरी माह के अंत तक लगभग 1600 करोड़ रुपए का राजस्व मिल चुका है। अब मार्च में भी राजस्व वसूली का टारगेट तयकर दिया गया है। खुद की कमाई कम होते देख तीन-चार चेकपोस्ट प्रभारी वहां से हटने की तैयारी में हैं। वैसे भी मार्च माह के द्वितीय सप्ताह तक रोटेशन होने की प्रबल संभावना है।

परिवहन विभाग के कागजी आंकड़े बताते हैं कि दिसम्बर माह तक राजस्व वसूली के रूप में मात्र 900 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। दो हजार करोड़ के राजस्व वसूली के टारगेट को पूरा करने के लिए समय-समय पर प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे।इसके साथ ही इस आशय की शिकायतें लगातार परिवहन आयुक्त डा. शैलेन्द्र श्रीवास्तव और परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह के पास पहुंच रही थीं कि चेकपोस्ट प्रभारी अपनी कमाई के फेर में विभाग का राजस्व टारगेट पूरा करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। परिवहन मंत्री से चर्चा के बाद डेढ़ माह पूर्व परिवहन आयुक्त डा. शैलेन्द्र श्रीवास्तव और अपर आयुक्त प्रवर्तन विजय सूर्यवंशी के बीच राजस्व पूरा करने को लेकर मंथन हुआ, जिसमें चेकपोस्टों पर राजस्व वसूली का टारगेट तिगुना करने का निर्णय लिया गया। इसी बीच एक निजी कंपनी को दिए गए प्रदेश के दस चेकपोस्ट वापस परिवहन विभाग को मिल गए। प्रदेश के अधिकतर चेकपोस्टों पर फरवरी माह में दिए गए राजस्व वसूली के टारगेट के अनुरूप राजस्व एकत्रित करके विभाग के पास जमा करा दिया है। इस माह ग्वालियर-चंबल संभाग में सूर्यवंशी स्वयं और इंदौर-भोपाल के अलावा अन्य संभागों में श्रीवास्तव अपने अमले के साथ चेकिंग कराने सड़कों पर निकले।

लापरवाही बर्दाश्त नहीं

दो हजार करोड़ रुपए का टारगेट विभाग के हर अधिकारी को पूरा करना है। इसमें जो भी लापरवाही बरतेगा, उसको कतई नहीं छोड़ा जाएगा। इस माह भी फरवरी के टारगेट अनुसार राजस्व वसूली करने के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, आयुक्त परिवहन मप्र

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