भद्रकाली के दर पर भटनेर
हनुमानगढ़Published: Mar 29, 2015 12:23:00 am
भद्रकाली में शनिवार को रामनवमी पर
मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। मेले के चलते दिन भर मंदिर
हनुमानगढ़। भद्रकाली में शनिवार को रामनवमी पर मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। मेले के चलते दिन भर मंदिर परिसर माता के जयकारों से गूंजता रहा। हर श्रद्धालु को माता के दर्शनों का इंतजार था। लाइन में लगे श्रद्धालुओं को भूख व गर्मी की कोई फिक्र नहीं थी। हर कोई माता के दरबार में नमन कर कुछ न कुछ चढ़ाने के लिए इंतजार में था।
माता के दर्शन के लिए कोई पंजाब से, कोई हरियाणा तो कोई दिल्ली से चलकर आया था। मेले में शाम तक करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने माता के आगे माथा टेका।मेले में भीड़ से बचने के लिए काफी पुरूष व महिला श्रद्धालु तड़के टाउन से पैदल चलकर मंदिर पहुंचे तथा आरती में शामिल होकर माता के जयकारों से मंदिर को गूंजायमान कर दिया।
श्रद्धालुओं की लंबी कतार
मुख्य मेले के दिन इस बार भी माता के दर्शन के लिए आने वाले पुरूषों व महिलाओं की अलग बेरिकेडिंग की गई। महिलाओं के लिए मंदिर के मुख्य गेट से तो पुरूषों के लिए दायीं ओर रास्ता बनाया गया। लंबी कतारों में बारी का इंतजार कर रहे भक्तों के लिए जल सेवा की भी बेहतर व्यवस्था रही। हालांकि भीड़ व गर्मी के कारण बच्चों को परेशानी रही। इस कारण काफी बच्चों को उनके माता-पिता ने कंधों पर बिठा रखा था।
मेले में दर्शन के बाद महिलाओं ने दुकानें से खरीदारी में कोई कसर नहीं रखी। किसी ने रसोई के लिए बरतन खरीदे तो किसी ने सौंदर्य सामग्री। मनपसंद वस्तुओं की खरीदारी करने में बच्चे भी पीछे नहीं रहे। अस्थाई दुकानों पर बच्चों के लिए भगवान कृष्ण की बांसुरी से लेकर चाइनीज खिलौनों की भरमार थी। किसी बच्चे ने ट्रेक्टर तो किसी ने कार खरीदी। इस कारण सभी दुकानों पर भीड़ रही।
भंडारों में बटा लंगर
मेला स्थल पर शहर की कई संस्थाओं की ओर से लंगर लगाया गया। इसमें प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। वहां कलगीधर सेवा समिति की ओर से खीर, माल पुए, दाल, रोटी, ब्रेड, चाय व बिस्कुट का वितरण किया गया। हनुमानगढ़ सेवा समिति (भारत क्लब) व सनातन धर्म महावीर दल की ओर से सेवादारों के सहयोग से व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए।
ये संस्थाएं हर वर्ष मेले में सेवा देती हैं। अन्य संस्थाओं ने जलजीरा व पानी की छबीलें, आइसक्रीम, पुड़ी, छोले व हलवे का प्रसाद वितरित किया। वहां श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मेले में युवाओं में टेटू खुदवाने के प्रति आकर्षण देखने को मिला। वहां युवाओं ने कई तरह के टेटू बनवाए। युवतियों ने भी टीवी चैनलों के किरदार से प्रभावित होकर टेटू बनवाए। अधिकतर ने हाथ व कुछ युवाओं ने गर्दन पर टेटू बनवाए।