रावतसर. पल्लू थाना तहत गांव धानसिया में दुराचार की शिकार तीन वर्षीय बालिका की स्थानीय राजकीय चिकित्सालय में प्राथमिक चिकित्सा व महिला डॉक्टर होते हुए भी मेडिकल में देरी के विरोध में कस्बे के नागरिकों ने डॉ. सुभाष भिडासरा व डॉ. रेणु गुप्ता के खिलाफ न्यायिक जांच की मांग पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उपखंड कार्यालय में दिया।
ज्ञापन के अनुसार घटना से कस्बे में रोष है। दुष्कर्म की शिकार बालिका को गुरुवार को धानसिया से स्थानीय राजकीय चिकित्सालय लाया गया पर आरोप है कि डॉ. रेणु गुप्ता ने दो घंटे इंतजार के बाद भी उसकी प्राथमिक चिकित्सा नहीं की बल्कि उसे रैफर कर दिया। इस मामले में संगठनों के प्रतिनिधियों ने दुराचार के आरोपी हाकम अली पर सख्त कार्रवाई तथा डॉ. रेणु गुप्ता व अस्पताल के अन्य दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इससे पूर्व बजरंग दल, एबीवीपी व गौरक्षा दल के सदस्यों ने भगतसिंह चौक पर सभा की तथा इसके बाद नारेबाजी करते हुए मुख्य मार्गों से जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों ने राजकीय चिकित्सालय में पीडि़त बालिका की अनदेखी के रोषस्वरूप डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर धरना लगाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शकारी इसके बाद उपखंड कार्यालय पहुंचे तथा वहां मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में मामले में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन देने वालों में कृष्ण गेदर, विष्णु जोशी, बजरंगलाल, मनीष शर्मा, श्रवण काकड़, रमन खारीवाल, गगन, पंकज, मनोज ढालिया, पूर्ण गेदर, पवन बिश्नोई सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।
इसी मामले में यूथ कांग्रेस के पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अनिल भिडासरा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इसमें बालिका के मेडिकल को लेकर अमानवीयता बरतने वाली डॉ. रेणु गुप्ता को बर्खास्त करने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों में यूथ कांग्रेस के लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल, पूर्व पालिकाध्यक्ष ताराचन्द ढालिया, चांद बतरा, एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष संजीव भादू, सूर्यकान्त चौधरी, मनीष माहर, विकास जोशी, अजय भाटी, अंकित भादू, पवन मेघवाल, मनोज कालड़ा व अन्य शामिल थे।
आईजी व कलक्टर को दिया ज्ञापन
पल्लू. रावतसर के सरकारी अस्पताल में दुराचार की शिकार बालिका के मेडिकल व उपचार में गैर जिम्मेदाराना व्यवहार का मामला तूल पकड़ गया। शनिवार को जिला परिषद सदस्य मंगेज चौधरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आईजी व कलक्टर को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन के अनुसार रावतसर के राजकीय चिकित्सालय में महिला चिकित्सक होते हुए पीडि़त बालिका को दो घंटे बाद बिना प्राथमिक उपचार रैफर कर दिया गया तथा बालिका के प्रति संवेदना नहीं दर्शाई गई। इस पर रोष जताते हुए ज्ञापन में दोषी चिकित्सकों को निलंबित करने की मांग की गई है। मांग की अनदेखी पर 25 अप्रेल को जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। जिला परिषद सदस्य गोरीशंकर थोरी ने आईजी से ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की। आईजी ने मामले में निष्पक्ष जांच कर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में सरपंच लेखराम भांभू, ओम सिहाग व अन्य शामिल थे।
आरोपित को जेल भेजा
इस बीच धानसिया में बालिका से दुष्कर्म के आरोपित हाकम अली को शनिवार को न्यायालय के आदेश से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी कैलाश मीणा ने बताया कि उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट सहित भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराएं लगाई गई हैं। आरोप है कि उसने गुरुवार को धानसिया में तीन वर्षीय बालिका से दुराचार किया। इसके बाद आरोपित को राउंडअप किया