वन स्टॉप सेंटर पर पीडि़ताओं को न्याय के साथ ही मिलेगा रोजगार भी
-वन स्टॉप सेंटर की उन्मुखीकरण कार्यशाला में महिला बाल विकास समिति की
अध्यक्ष उषा ठाकुर सहित सामाजिक संस्थाओ ने भी रखें अपने विचार
-दीपावली के बाद होगा वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन
इंदौर। वन स्टॉप सेंटर पर आने वाली पीडि़त महिलाओं से बहुत ही भावनात्मक काउंसलिंग की जानी चाहिए ताकि वे परिवार की मुख्य धारा से दोबारा जुड़ सकें और ऐसा वातावरण हो कि उन्हें तुरंत न्याय मिले। अकसर पीडि़ताओं को न्याय नहीं मिल पाता हैं तो वे न्याय की आस छोड़ देती है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा उन्हें न्याय भी मिलेगा और अच्छा वातावरण भी। यह बात दीपावली के बाद शुरू होने वाले वन स्टॉप सेंटर की उन्मुखीकरण कार्यशाला मेें महिला बाल विकास समिति की अध्यक्ष विधायक उषा ठाकुर ने कही।
बुधवार को जिला पंचायत सभागृह में आयोजित कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की अध्यक्ष एवं पार्षद ज्योति तोमर भी मौजूद थी उन्होंने कहा महिलाओं का पूर्नवास बहुत अच्छे से होना चाहिए खासतौर पर सभी जिम्मेदारों को यहां का समय निर्धारित करने की बात कही गई। इसके साथ ही सीओ जिला पंचायत वरण मूर्ति मिश्रा, जिला विधिक सहायता अधिकारी रेखा द्विवेदी, इंदौर जिले में महिला सशिक्तकरण के लिए कार्यरत अशासकीय संगठन बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष परांजपे और सदस्य शबाना पारेख, महू क्षेत्र से सुरेश एमजी, मनुमेमोरियल संस्था की विनिता तिवारी, संस्था वामा और पहल के भी सदस्य मौजूद थे।
पीडि़ताओं को न हो दर्द का अहसास
सभी ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पीडि़ताओं को कभी अपने दर्द का अहसास न हो उन्हें यहां ऐसा वातावरण मिले। इसके साथ ही वन स्टॉप सेंटर का प्रचार-प्रसार कुछ इस तरह किया जाए कि गांव-गांव तक इसकी जानकारी पहुंचे। इसके साथ ही यहां महिलाओं को स्वरोजगार मिले, योग, ध्यान और खेलकूद के भी साधन मुहैया कराए जाएंगे। जिल महिला सशिक्तरण अधिकारी संजय भारद्वाज ने कहा वन स्टॉप सेंटर महिला एवं बाल विकास की मधुमती सिंह सिरोले की निगरानी में संचालित होगा। कार्यशाला में विशेष किशोर पुलिस इकाई की प्रभारी कुसुम वात्सले भी मौजूद थ।