script48 आईएएस बदले…  कुणाल गए, महाजन जयपुर के कलक्टर | 48 IAS Change | Patrika News

48 आईएएस बदले…  कुणाल गए, महाजन जयपुर के कलक्टर

locationजयपुरPublished: Apr 28, 2016 05:42:00 am

चार मई को प्रस्तावित कलक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले
राज्य सरकार ने नौकरशाही के बेड़े में बड़ा फेरबदल करते हुए 48 आईएएस
अधिकारियों के तबादले कर दिए

transferred

transferred

जयपुर। चार मई को प्रस्तावित कलक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले राज्य सरकार ने नौकरशाही के बेड़े में बड़ा फेरबदल करते हुए 48 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। बुधवार तड़के जारी तबादला सूची में 11 जिलों की कमान नए कलक्टरों को दी गई है। राजधानी में मंदिर तोडऩे के मामले में विवादों में रहे जयपुर कलक्टर कृष्ण कुणाल को आयुक्त, कौशल एवं उद्यमिता लगाया गया है। सिद्धार्थ महाजन जयपुर के नए कलक्टर होंगे। जयपुर नगर निगम आयुक्त पद पर भी आशुतोष एटी पेडणेकर के स्थान पर हेमन्त गेरा को लगाया गया है।

स्मार्ट सिटी परियोजना को मिला सीईओ
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बनाई गई कम्पनी जयपुर स्मार्ट सिटी लिमि. को तबादला सूची में पहला मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मिल गया है। इस पद पर सिरोही कलक्टर वी सरवन कुमार को लगाया गया है।

7 पदोन्नतों को बनाया कलक्टर

आरएएस और विभिन्न सेवाओं से पदोन्नत हुए सात आईएएस अधिकारियों को पहली बार कलक्टर बनाया गया है। इनमें आरएएस से आईएएस बने महावीर प्रसाद शर्मा, लक्ष्मीनारायण मीणा, मनोज कुमार शर्मा, अशफाक हुसैन, ज्ञानाराम और सुरेन्द्र सोलंकी है। बाबूलाल मीणा अन्य सेवा से आईएएस बने हैं।

11 जिलों में नए कलक्टर  
सिद्धार्थ महाजन-जयपुर
वेद प्रकाश – बीकानेर
महावीर प्रसाद शर्मा -टोंक
लक्ष्मीनारायण मीणा – सिरोही
मनोज कुमार शर्मा-करौली
अशफाक हुसैन-दौसा
गौरव गोयल– अजमेर
बाबूलाल मीणा– झुंझुनूं
इंद्रजीत सिंह-चित्तौडग़ढ़
ज्ञानाराम-हनुमानगढ़
सुरेंद्र कुमार सोलंकी-डूंगरपुर

निकायों में बदलाव
हेमंत गेरा-आयुक्त, नगर निगम, जयपुर
वी सरवन कुमार– सीईओ, जयपुर स्मार्ट सिटी परियोजना
विनीता श्रीवास्तव -सीईओ, जिलापरिषद अजमेर
जीएस कुशवाह– आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण
संदेश नायक– सीईओ, जिला परिषद, जोधपुर
कैलाश चंद मीणा-आयुक्त, जोधपुर विकास प्राधिकरण

इनके भी विभाग बदले

रोली सिंह -सचिव, पर्यटन
भास्कर ए सावंत– सचिव, वित्त (बजट )
चुन्नीलाल कायल– विशिष्ट सचिव, कार्मिक
संजय दीक्षित -प्रमुख सचिव, संस्कृत शिक्षा
विक्रम सिंह चौहान-विशिष्ट सचिव, राजस्व
स्वरूप सिंह पंवार-विशिष्ट सचिव, न्याय
सुदर्शन सेठी– प्रमुख सचिव, ग्रामीण विकास व पंचायतीराज विभाग
एस.के.अग्रवाल– प्रमुख सचिव व आयुक्त परिवहन, अध्यक्ष राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम
पवन कुमार गोयल– प्रमुख सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्रिमंडल- सचिवालय, सम्पदा, मोटर गैराज, नागरिक उड्डयन
आर.वेंकटेश्वरन– प्रमुख सचिव, सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग
मातादीन शर्मा– संयुक्त सचिव, पंचायती राज
श्याम सिंह राजपुरोहित – विशिष्ट सचिव, अतिरिक्त निदेशक (निरीक्षक), प्रशासनिक सुधार विभाग
जोगाराम संयुक्त सचिव, वित्त (व्यय-2) विभाग
भंवरलाल मेहरा -सदस्य सचिव, बाल अधिकार आयोग
नन्नू मल पहाडि़या -आयुक्त, श्रम विभाग
नारायण लाल मीणा-आयुक्त, बाल अधिकारिता विभाग
रामनिवास– अतिरिक्त आयुक्त, खाद्य विभाग
सत्यप्रकाश बसवाला– आयुक्त, विशेष योग्यजन
कृष्ण कुणाल-आयुक्त, कौशल, रोजगार व उद्यमिता, सह प्रबंध निदेशक, आजीविका विकास निगम
महेश भारद्वाज -आयुक्त (वैट एंड आईटी) वाणिज्यक कर
सुबेसिंह यादव -आयुक्त, उपनिवेशन, बीकानेर
सुरेश चंद गुप्ता -अतिरिक्त आयुक्त, वाणिज्यिक कर (करापवंचन), जयपुर
सलविंद्र सिंह सोहता– एमडी, राजफैड
विमल जैन– निदेशक, संस्कृत शिक्षा
रेखा गुप्ता -रजिस्ट्रार, सहकारिता
हंसासिंह देव– सदस्य, राजस्व मंडल, अजमेर
आशुतोष एटी पेडणेकर-निदेशक, पर्यटन विभाग
आरुषि अजेय मलिक– निदेशक, (स्वच्छता) पंचायतीराज विभाग
पूनम -निदेशक, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान
मोडूदान देथा-अति निदेशक, एचसीएम रीपा
एच. गुईटे -विशेषाधिकारी, राज्य वित्त आयोग


किसी के पीछे विवाद, कई जमे थे कुर्सी पर

आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची में 11 जिलों में कलक्टरों को बदला गया है। इनमें से कई तो विवादों में घिरे थे, जबकि कुछ पिछले दो साल से अधिक समय से इसी पद पर जमे थे। कुछेक कलक्टरों के लिए यह भी माना जा रहा है कि उनकी सेवानिवृति के करीब होने के कारण उनकी कप्तानी में फील्ड में योजनाओं का क्रियान्वयन अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो रहा। बदले कलक्टरों में से सिर्फ चित्तौडगढ कलक्टर वेद प्रकाश व डूंगरपुर कलक्टर इन्द्रजीत ही एेसे रहे जिन्हें दूसरे जिले में कलक्टर बनाया गया हैं। जबकि अधिकतर सचिवालय या विभागीय पदों पर लगाए गए हैं।

जयपुर : कृष्ण कुणाल : करीब सवा दो साल से इसी पद पर जमे थे। राजधानी में मंदिर तोडऩे के मामले में विवादों में घिरे रहे।

दौसा : स्वरूप सिंह पंवार : सेवानिवृत्ति इसी माह होनी है। अब न्याय विभाग में विशिष्ट सचिव बनाया है। माना जा रहा है सेवानिवृत्ति से पहले बड़ा पद दिया।

टोंक : डॉ. रेखा गुप्ता: नौ माह ही कलक्टर रहीं। पारिवारिक कारणों से स्वयं ही जयपुर तबादला चाहती थी। लोग खुश थे, क्योंकि रविवार को भी ऑफिस बैठती थी।

करौली : विक्रम सिंह चौहान : अगले साल सेवानिवृत होंगे। आठ माह में ही तबादला हो गया। हालांकि जिले में सरकारी योजनाओं का कामकाज भी अपेक्षा अनुरूप नहीं था।

चित्तौड़ : वेदप्रकाश : अच्छा काम था। इसलिए बीकानेर जैसे संभाग मुख्यालय में कलक्टर बनाया गया है।

झुंझुनूं : एस.एस.सोहता: कलक्टर पद पर कामकाज की बहुत तारीफ नहीं थी। अब राजफैड का प्रबंध निदेशक लगाया गया है।

अजमेर : आरुषि मलिक : खुले में शौच मुक्ति पर अच्छा काम किया। केन्द्र ने भी सराहा। इसलिए निदेशक स्वच्छता, पंचायतीराज विभाग बनाया है। हालांकि जनप्रतिनिधियों से पटरी नहीं बैठी।

डूंगरपुर : इन्द्रजीत सिंह : दो वर्ष के लम्बे समय से इसी पद पर थे। कामकाज अच्छा था। इसलिए उन्हें चित्तौडग़ढ़ में कलक्टर बनाया गया है।

सिरोही : वी. सरवन कुमार : सवा दो साल से कलक्टर ही थे। सामान्य प्रक्रिया में तबादला हुआ माना जा रहा है।

हनुमानगढ़ : रामनिवास : ग्यारह माह में बदल दिए गए। सामान्य तबादला माना जा रहा है।

बीकानेर : पूनम : एसडीएम अलका बिश्नोई का स्थानांतरण बिना सरकार की अनुमति के करने पर विवादों में आ गई थीं। बकाया कार्यों की सूची लगातार बढ़ती गई। जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से शिकायत की थी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो