जयपुर। शहर की यातायात
व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने तकनीक का सहारा तो लिया, लेकिन खुद की
लापरवाही से ये सफल नहीं हो पा रही है। सड़क पर पुलिसकर्मी न होने पर टै्रफिक
नियमों को तोड़ने वाले वाहन चालकों को वीडियोग्राफी चालान भेजा गया, लेकिन अभी तक
उन पर अमल नहीं किया। वीडियोग्राफी चालान के तहत डेढ़ महीने में किए गए चालानों को
तय अवधि पार होने के बावजूद कोर्ट में ही नहीं भेजा। अब पुलिस नियमों का उल्लंघन
करने वालों को दोबारा एक स्मरण पत्र भेजकर गलती याद दिलानी शुरू कर दी है। इसके लिए
अवधि पार चालानों की छंटाई शुरू कर दी गई है।
यातायात पुलिस ने अप्रेल से
वीडियोग्राफी चालान की शुरूआत की थी। एमआई रोड और जेएलएन मार्ग पर लगे कैमरों से
चौराहे और उसके आसपास निगरानी के साथ ही मोबाइल दस्तों के जरिए भी चालान शुरू किए
गए। पुलिस ने उल्लंघन करने वाले वाहन के मालिक के पते पर नोटिस भेजकर 15 दिन की
अवधि तय की है। इसमें वाहन मालिक को यादगार स्थित यातायात कार्यालय में अपने चालान
का जुर्माना भरना होता है। सूत्रों के मुताबिक अप्रेल से जून तक महज चालान का
जुर्माना अदा करने वालों की संख्या 30 फीसदी भी नहीं पहुंच सकी।
यातायात
पुलिस ने न्यायालय मे चालान भेजने के लिए प्रयास किया था। कुछ तकनीकी दिक्कतों के
चलते चालान नहीं भेजे जा सके। जुलाई से इस व्यवस्था को सख्ती से लागू करेंगे।
मुकंुद बिहारी, अतिरिक्त उपायुक्त, यातायात