भीनमाल। जोधपुर एसीबी
टीम दो व्यक्तियों को अफीम तस्करी के मामले में डरा-धमकाकर 50 हजार रूपए रिश्वत
हड़पने के मामले के सत्यापन के लिए शुक्रवार रात को यहां पहुंची। एसीबी की कार्रवाई
की भनक लगते ही मामले में लिप्त कांस्टेबल फरार हो गया। एसीबी अधिकारियों ने होटल
संचालक एक व्यक्ति से शिकायतकर्ता का एटीएम बरामद किया।
एसीबी रैंज जोधपुर
के एएसपी नरपतसिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश के मंदसौर के अमलावर निवासी श्यामलाल
लौहार व सोहनसिंह की ओर से पेश शिकायत में बताया कि वे 18 मार्च का संुधामाता दर्शन
व परिचित से मिलने के लिए यहां आया था।
यहां से गुजरते समय भीनमाल-कुशलापुरा
गांव के समीप प्राइवेट वाहन में सवार होकर आए कांस्टेबल राजुराम व हैड कांस्टेबल
भागीरथराम विश्नोई उसे पकड़कर थाने लेकर आए। वहां पर कुछ समय बिठाने के बाद अपने
क्वार्टर पर ले गए। उन्होंने दोनों को अफीम तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी
देते हुए उनके वाहन की जांच भी करवाई, लेकिन कुछ नहीं निकला।
ऎसे में बाद
में छोड़ने को लेकर उनसे 50 हजार रूपए मांगे। शिकायतकर्ता के पास रूपए नहीं होने पर
उन्होंने मंदसौर अपने परिचित को फोन कर खाते में 50 हजार रूपए की राशि जमा करवाई।
जिसे बाद में माघ चौक स्थित एक को-ऑपरेटिव सोसायटी के एटीएम से 40 हजार व 19 मार्च
को 10 हजार रूपए निकाले गए। इसकी एसीबी में शिकायत दर्ज करवाने के बाद एसीबी एएसपी
नरपतसिंह व उप निरीक्षक अनिल शर्मा शुक्रवार देर रात को यहां पहुंचे।
मामले
में हैड कांस्टेबल भागीरथराम के भी लिप्त होने की जानकारी मिली। जैसे ही एसीबी टीम
कार्रवाई के लिए यहां पहुंची, तो कार्रवाई की भनक लगते ही कांस्टेबल राजूराम मौके
से फरार हो गया। एसीबी दल ने एटीएम को होटल संचालक जयकिशन विश्नोई से बरामद
किया।
हैड कांस्टेबल को बताया सीआई
घटनाक्रम में कांस्टेबल राजुराम
विश्नोई ने हैड कांस्टेबल भागीरथ विश्नोई को सीआई बताया। वह हैड कांस्टेबल को
शिकायतकर्ताओं के सामने बार-बार सीआई बताकर सम्बोधित करता रहा।