पचास करोड़ मिले, कर्ज अदायगी की चिंता नहीं
केरू की 1500 बीघा
जमीन के बदले हाउसिंग बोर्ड से जोधपुर विकास प्राधिकरण को 50 करोड़ की राशि प्राप्त
हुए
जोधपुर।केरू की 1500 बीघा जमीन के बदले हाउसिंग बोर्ड से जोधपुर विकास प्राधिकरण को 50 करोड़ की राशि प्राप्त हुए करीब 14 दिन बीत चुके हैं। फिर भी जेडीए अपना कर्ज उतारने के लिए बकायेदारों का भुगतान नहीं कर रहा है। बकाया भुगतान के लिए जेडीए ठेकेदारों ने सोमवार को जेडीए आयुक्त से मांग की, लेकिन उन्हें कोई आश्वासन तक नहीं मिला।
गौरतलब है कि जेडीए को कर्ज में डूबे साल भर से अधिक का समय हो गया है। वर्तमान में जेडीए पर 80 करोड़ रूपए की ओडी और ठेकेदारों के करीब 150 करोड़ से अधिक की राशि बकाया है। भुगतान न मिलने से ठेकेदार भी दिनों-दिन कर्ज में डूबे जा रहे हैं। ऎसे में शहर के अधिकतर विकास कार्य करने से भी ठेकेदारों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। फिर भी जेडीए में बैठे जिम्मेदार न तो बकायेदारों के भुगतान के प्रयास कर रहे हैं, न ही जेडीए की आय बढ़ाने के ।
आयुक्त से मिले ठेकेदार
बकाया भुगतान की मांग को लेकर ठेकेदारों का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को आयुक्त से मिलने गया। इस दौरान ठेकेदारों ने होली पर भुगतान करने की मांग की तो आयुक्त ने कहां जल्द ही इस पर विचार करेंगे और चलते बने। इस दौरान ठेकेदार रविंद्र सिंह परिहार, जसवंत सिंह खांगटा, प्रवीण गहलोत, रामदयाल भाटी, अनूप शर्मा आदि मौजूद थे।
ऑल राजस्थान कॉन्ट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सोलंकी ने बताया कि शनिवार को भी आयुक्त से मिलने पर उन्होंने बताया कि इस बारे में कलक्टर से पूछकर निर्णय करेंगे, वे अभी राष्ट्रपति दौरे की तैयारियों में व्यस्त हैं। होली बाद ही चर्चा करेंगे।
जेडीए ने बैंक से 80 करोड़ की ओडी ले रखी थी, इसलिए यह राशि फिलहाल ओडी में ही समायोजित की गई है। ठेकेदारों के भुगतान की जहां तक बात है, इस पर जिला कलक्टर से चर्चा कर निर्णय करेंगे। भूराराम चौधरी, जेडीए आयुक्त