अब किसानों को बीस अप्रेल तक फसल खराबे का मुआवजा दे दिया जाएगा। राज्य सरकार ने पचास फीसदी तक या पचास फीसदी से अधिक फसल नुकसान के आधार पर मुआवजे के मापदंड तय किए हैं।
जिले में कुछ दिनों पहले हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसलों में हुए खराबे की अन्तिम रिपोर्ट जिला आपदा प्रबंधन एवं सहायक विभाग ने पिछले दिनों राज्य सरकार को प्रेषित कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार जोधपुर जिले में 1844 राजस्व गांवों में से 304 में फसलों का खराबा 50 फीसदी से ज्यादा, 1054 में 50 फीसदी से कम हुआ है। 355518 हेक्टेयर बोए गए क्षेत्र में से 143573 हेक्टेयर में नुकसान हुआ है।
सबसे अधिक जीरे में 104607 हेक्टयेर में खराबे की बात सामने आई है।
अनुदान के लिए बनेगी समिति
अनुदान के लिए कलक्टर के अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति, उपखण्ड में एसडीएम की अध्यक्षता में समिति बनेंगी। इसमें कृçष्ा व सहकारिता विभाग/सहकारी बैंकों के अधिकारी भी शामिल होगे। ग्राम स्तरीय समिति में पटवारी, कृçष्ा पर्यवेक्षक सहित अन्य कर्मचारी को शामिल किया जाएगा। सभी कलक्टरों को बीस अप्रेल तक अनुदान राशि भुगतान करके तीस अप्रेल तक रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए है। रोहित कुमार, शासन सचिवआपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग, मुख्यालय
बादल छाए, गर्मी से राहत, किसान चिंतित
जोधपुर. पिछले कुछ दिनों से गर्मी झेल रहे सूर्यनगरी के बाशिंदों को रविवार दोपहर बाद उस समय राहत मिली, जब आसमान में बादल छा गए। देर रात तक बादल छाए रहने व हवा चलने से मौसम खुशगवार हो गया। पिछले कुछ दिनों में गर्मी की वजह से तेज धूप के कारण दोपहर में घर से निकलना भी मुश्किल हो रहा था।
मौसम के इस बदले तेवर से किसान चिंतित है। गेहूं की कटाई चालू हो गई है। ऎसे में बारिश आती है तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हुआ है। देश के पहाड़ी इलाकों में रविवार को बारिश हुई है, अगर नमी अधिक मिलती है तो मारवाड़ में भी अगले 48 घंटे में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। रविवार को जोधपुर का अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
फलौदी सबसे गर्म रहा: रविवार को फलौदी प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा। फलौदी में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सबसे कम तापमान श्रीगंगानगर में 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा। बाड़मेर में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 35.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
असमंजस में किसान
भारतीय किसान संघ के महामंत्री तुलछाराम सिंवर ने बताया कि किसान गेहूं की कटाई को लेकर असमंजस में है। फसल पक भी गई है। इसे काटना भी जरूरी है। ऎसे में आसमान में बादल छाने से चिंता होने लगी है। क्योंकि पहले भी बारिश के कारण किसानों को जीरे में भारी नुकसान हो चुका है।
अकेले जोधपुर जिले में करीब 70 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल है। कृçष्ा विभाग ने भी किसानों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
फैक्ट फाइल
लघु एव सीमान्त कृष्ाकों के 50 या 50 फीसदी से नुकसान के लिए 4 माह का बिजली बिल माफ
50 फीसदी से अधिक नुकसान पर आबियाना शुल्क माफ
असिंचित क्षेत्र के लिए: 4500 रूपए प्रति हेक्टयर
बिजली के कुआं व नहर से सिंचित: 9000 रूपए प्रति हेक्येटर
डीजल पम्प सेट से सिंचित क्षेत्र: 12000 रूपए प्रति हेक्टेयर