हिण्डौनसिटी। बेटियों का भविष्य संवारने
के लिए धन संचय में माता-पिता रूझान नहीं दिखा रहे हैं। बेटियों के भविष्य के प्रति
अरूचि से प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना सिरे नहीं चढ़ सकी
है। दो माह बीतने के बाद भी जिले में मात्र 37 माता-पिता ने ही योजना के प्रति रूचि
दर्शाई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटियों के भविष्य (शादी व
शिक्षा) के खर्च के लिए कन्या समृद्धि योजना लागू की थी। 2 दिसम्बर 2014 को
अधिसूचना जारी कर फरवरी माह में डाकघरों के माध्यम से योजना की शुरूआत हो गई।
इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा समाचार पत्रों में विज्ञापन जारी कर प्रचार
भी किया गया था। साथ ही बेटी के लिए बचत निवेश के लाभों के बारे में बताया था। बेटी
के भविष्य की योजना की मंथर चाल का नमूना है कि फरवरी माह से अब तक जिले में
(सपोटरा क्षेत्र को छोड़) मात्र 37 खाते ही खोले जा सके हैं। जिनमें माता-पिता ने
बेटी के नाम मात्र 3 लाख 7 हजार रूपए जमा किए हैं।
करौली में बिटिया का
इकलौता खाता
लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) की भांति आयकर में छूट का प्रावधान
होने के बाद भी लोग बेटी के लिए बचत करने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
स्थिति यह है कि करौली जिला मुख्यालय पर मात्र एक जने ने ही बेटी के लिए
संचय का संकल्प लिया है।
प्रधान डाकघर सूत्रों के अनुसार जिले में सर्वाधिक
16 खाते श्रीमहावीरजी में खुले हैं। वहीं हिण्डौनसिटी में 14, घोंसला में 2,
मण्डारायल में 2 तथा सूरौठ में दो खाते खोले गए हैं।
देरी पर लगेगा
जुर्माना
प्रधान डाकघर सूत्रों के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना में एक वर्ष में
निर्घारित राशि डाकघर बचत खाते में जमा नहीं कराने पर जुर्माने का प्रावधान भी किया
हुआ है। दूसरे वित्तीय वर्ष में राशि के साथ खाता धारक से बतौर जुर्माना 50 रूपए
वसूल किए जाएंगे।
क्या है योजना
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत माता-पिता
या अभिभावक डाकघर में 10 वष्ाü तक की आयु की बेटी के नाम खाता खुलवा सकते हैं। खाते
में वित्तीय वर्ष के दौरान न्यूनतम एक हजार रूपए से अधिकतम दो लाख रूपए जमा कराए जा
सकते हैं। खाते में जमा राशि पर 9.1 प्रतिशत की दर से ब्याज देय होगा। खाता खोलने
के दिन से 21 वष्ाü बाद परिपक्व होगा।
अभी नई है योजना
योजना अभी नई है।
आमजन तक जानकारी पहुंचने में समय लगेगा। इसके प्रचार करने के डाकघर स्तर पर भी
प्रयास किए जाएंगे। अमरसिंह गुर्जर डाकपाल, प्रधानडाकघर हिण्डौनसिटी