कोलकाता । जूट उद्योग कभी पश्चिम बंगाल में
रोजगार का सबसे बड़ा साधन रहा है लेकिन अब जूट उद्योग की दशा खराब होती जा रही है।
जूट मिल मालिक जब चाहे मिल बंद कर देते हैं और जब चाहे चालू कर लेते हैं। सूत्रों
के अनुसार सितम्बर 1998 से अब तक राज्य में कुल 16 जूट मिले बंद हो चुकी हैं।
इनमें
नैहट्टी स्थित गौरीपुर जूट मिल 4 सितम्बर 1998 से बंद है। मिल मालिकों ने श्रमिक
असंतोष, कच्चे जूट के दाम में बढ़ोतरी और मिल के घाटे में होने समेत कई अन्य कारण
दर्शाते हुए मिलों को बंद कर उत्पादन ठप कर दिया है। इससे करीब 70 हजार जूट
श्रमिकों के परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। जूट मिलों की समस्याओं पर
निगरानी रखने के लिए सरकार की ओर से गठित मंत्री समूह की समय-समय पर बैठकें भी होती
है मगर कोई नतीजा नहीं निकला। राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से
11 जूट मिले बंद हुई हैं।
सूत्रों का कहना है कि जूट मिल मालिकों के पास जब
पर्याप्त आर्डर नहीं होते तब वे कोई न कोई बहाना बना कर मिल को बंद कर देते हैं।
सूत्रों का कहना है कि अप्रेल से जून तक बाजारों में कच्चे जूट की कमी रहती है।
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इस दौरान इन्हें बोरों की सप्लाई
का ऑर्डर भी नहीं मिलता इसलिए प्रबंधन कोई न कोई बहाना बनाकर मिलों में कार्य स्थगन
का नोटिस लगा देता है।
अगस्त के प्रथम सप्ताह से स्थिति धीरे-धीरे सुधरने लगती
है।
इस बारे में राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक ने पत्रिका से बातचीत में बताया
कि सरकार बंद जूट मिलों को खोलने को लेकर गंभीर है।
उन्हें उम्मीद है कि अगले
एक पखवाड़े के भीतर अधिकांश बंद जूट मिले खुल जाएंगी। (कासं.)
राज्य की जूट मिले
कब से बंद हैं-
1. गौरीपुर जूट मिल 04-09-1998
2. एलेक्जेंड्रा जूट मिल
(एनजेएमसी) 01-09-2002
3.नेशनल जूट मिल 17-02-2002
4. यूनियन जूट मिल
11-03-2003
5. सुरा जूट मिल 29-03-2004
6. खड़दह जूट मिल (एनजेएमसी)
15-09-2014
7. डेल्टा जूट मिल 09-09-2014
8. इंडिया (भारत)जूट मिल
28-02-2015
9. तिरूपति जूट मिल 17-03-2015
10.कलकत्ता जूट मिल
13-04-2015
11.प्रवर्तक जूट मिल 27-04-2015
12. नफरचंद्र जूट मिल
01-05-2015
13. विक्टोरिया जूट 02-05-2015
14. हुगली जूट मिल
09-05-2015
15. एंग्लो इंडिया जूट मिल 26-05-2015
16. हेस्टिंग्स जूट मिल
08-06-2015