मुंबई। 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रवीण दीक्षित ने
बुधवार को महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में कार्यभार स ंभाल
लिया। बता दें कि संजीव दयाल बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। वह भी 1977 बैच के
आईपीएस थे। महाराष्ट्र पुलिस मुख्यालय में बातचीत में दीक्षित ने कहा कि आतंकवाद और
भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए मुझे जनता के सहयोग की जरूरत है। यदि मुझे नागरिकों
का सहयोग मिलता रहा तो राज्य में आतंकवाद को पनपने नहीं दूंगा और भ्रष्टाचार को जड़
से मिटाने की कोशिश करूंगा। महाराष्ट्र पुलिस विभाग के इतिहास में स ंजीव दयाल लंबे
अरसे तक नर्विवाद डीजीपी के पद पर कार्यरत रहे।
नहीं पनपने देंगे आतंकवाद
को
विदित हो कि दयाल के आलावा बुधवार को ही डीजी (हाऊसिंग) अरूप पटनायक भी
सेवानिवृत्त हो गए। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी जगह उनकी ही तरह स्वच्छ छवि
और ईमानदार व्यक्तित्व वाले 1977 बैच के आईपीएस प्रवीण दीक्षित को राज्य का मुखिया
बनाया गया है। मूल रूप से पुणे के निवासी दीक्षित की ईमानदार छवि और कर्तव्यनिष्ठता
के चलते उन्हें कई मेडल भी मिल चुके हैं। बातचीत में दीक्षित ने कहा कि राज्य के
लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाये रखना पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा
यदि जनता का पूर्ण सहयोग मिलता रहा तो वह राज्य में आतंकवाद पनपने नहीं देंगे और
भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देंगे। दीक्षित के आलावा 1980 बैच के आईपीएस विजय का
ंबले को राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में दीक्षित के स्थान पर डीजी
बनाया गया है।