सचिवालय अफसर पी गए 4.66 लाख का पानी
मुंबईPublished: May 27, 2015 07:14:00 pm
मंत्रियों, सचिवों और राज्य सचिवालय में काम करने वाले कर्मियों ने पांच माह में 4.66 लाख रूपए का मिनरल वाटर पी डाला
मुंबई। एक आरटीआई सवाल के जवाब से रहस्योद्घाटन हुआ कि महाराष्ट्र के मंत्रियों, सचिवों और राज्य सचिवालय में काम करने वाले सरकारी कर्मियों ने पिछले पांच माह में 4.66 लाख रूपए का 24,684 लीटर मिनरल वाटर पी डाला। अगर पानी की इतनी ही मात्रा मुंबई मनपा से खरीदा गया होता तो इसके लिए सरकार को महज 171 रूपए देने होते। मनपा अपने पाइप लाइन से आपूर्ति किए गए प्रत्येक एक हजार लीटर पानी के एवज में सिर्फ चार रूपये 32 पैसे लेती है।
जेएम सालवी ने दिया जवाब
शुल्क जोड़कर यह छह रूपए 91 पैसे होता है। मुंबई के अनिल गलगली ने एक आरटीआई आवेदन के माध्यम से राज्य सरकार से जानना चाहा था कि “मंत्रालय” (राज्य सचिवालय) में कितने रूपये का और कितना ” बिसलरी” पानी इस्तेमाल किया गया है। गलगली के सवाल के जवाब में मंत्रालय कैंटीन के महाप्रबंधक एवं जनसूचना अधिकारी जे एम सालवी ने उन्हें बताया कि दिसंबर 2014 और अप्रैल 2015 के बीच 4,66,019 रूपए की लागत से कुल 83,628 बोतल “बिसलरी” पानी खरीदा गया था। सालवी के अनुसार सबसे ज्यादा 250 मिलीलीटर वाली 68,976 बोतलें इस्तेमाल की गईं, जिनका मूल्य 3,67,642 रूपए था।
अधिकारी धन कर रहे बरबाद
उसके बाद 500 मिलीलीटर वाली 14,496 बोतलें इस्तेमाल की गईं, जिनका मूल्य 96,688 रूपए था। गलगली ने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडनवीस को लिखे अपने पत्र में कहा, “ऎसे समय में जब राज्य जबरदस्त सूखे से जूझ रहा है और लोग एक एक बूंद पानी तक के लिए तड़प रहे हैं, ऎसे लोग मिनरल वाटर पी कर धन बरबाद कर रहे हैं, जिन्हें लोगों का सेवक समझा जाता है।” उन्होंने कहा कि मनपा से आपूर्ति होने वाला पानी उच्च गुणवत्ता का है और सीएम को मंत्रालय में कार्यरत सभी को उसका पानी इस्तेमाल करने का निर्देश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मजेदार बात है कि सरकार ने मंत्रालय में पानी साफ करने की ऎक्वागार्ड मशीन लगा रखी है।