मुंबई। शीना बोरा मर्डर केस में अब और एक चौंका देने वाला खुलासा हुआ
है। इंद्राणी ने कुछ ऎसा प्लान रचा था, जिससे शीना की हत्या का ठीकरा किसी और पर
नहीं, बल्कि शीना के प्रेमी राहुल पर फूटता। सूत्रों की मानें तो इंद्राणी ने जो
प्लान बनाया था, वह बड़ा ही खौफनाक था। इंद्राणी का प्लान शीना को फ्लैट में मारकर,
उसके चार टुकड़े करने से लेकर कॉन्ट्रेक्ट किलर तक से मारवाने का था। शीना मर्डर
केस की पहेली ज्यों ज्यों सुलझती जा रही है, उसके उतने ही राज बेपर्दा होते जा रहे
हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शीना बोरा हत्याकांड में इंद्राणी मुखर्जी ने चार
प्लान बनाए थे, जिसमें उसके तीन प्लान फेल हो गए, लेकिन आखिरी प्लान में शीना की
हत्या कर दी गई।
इंद्राणी ने बनाए थे चार प्लान
दरअसल, शीना बोरा और
राहुल के बीच प्रेम परवान पर था और ये बात इंद्राणी को नागवार गुजर रही थी।
इंद्राणी को डर था कि अगर शीना की शादी राहुल से हो गई तो पीटर के करीब शीना आ
जायेगी। घर की बहू बनने के बाद पीटर की संपत्ति पर शीना का हक हो जाएगा और राहुल को
वो उंगलियों पर नचाएगी, जिसकी वजह से शीना के कहने पर पीटर वैसा ही करते जैसा शीना
बोलती। अगर शीना ये बातें पीटर तक पहुंचा देती तो इंद्राणी की अहमियत पीटर की नजर
में खत्म हो जाती। यही वजह थी कि इंद्राणी ने प्लान ए के तहत रची
साजिश।
सगाई से खौल उठा खून
सूत्रों के मुताबिक इंद्रानी ने बड़े
शातिराना अंदाज में शीना और राहुल दोनों को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की थी। जब
राहुल और शीना ने घर से अलग होकर लिविंग में रहने लगे और दोनों ने फ्लैट किराये पर
ले लिया। यहां तक कि सगाई भी कर ली तो इंद्राणी का खून खौल उठा और उसे लगा कि अब
कुछ ही दिन में सब कुछ खत्म हो जाएगा। प्लान के मुताबिक इंद्राणी, शीना का कत्ल उस
समय करना चाहती थी, जब राहुल मुखर्जी घर पर न हो और इसी वक्त वह अपने खौफनाक प्लान
के तहत उसी फ्लैट में शीना को मौत के घाट उतारकर शीना के कत्ल के जुर्म में राहुल
को फंसा देना चाहती थी।
फेल हो गया प्लान बी
प्लान बी के मुताबिक,
इंद्राणी पहले तो शीना की हत्या उसी के फ्लैट में कर राहुल को फंसाती, फिर राहुल को
और परेशान करने व मुंबई पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए शीना की हत्या के बाद
उसके शरीर के चार टुकड़े करती। यही नहीं शीना के शरीर के चार टुकडे में से एक
टुकड़े को उसी फ्लैट में छोड़ती, जबकि तीन टुकड़े को मुंबई से कहीं दूर जंगल या
समुद्र में फेंक देती, जिससे लाश का पता भी नहीं चलता, जिससे न तो शीना की हत्या का
शक इंद्राणी पर जाता और न पुलिस का शिकंजा कसता। सारा आरोप और शक राहुल पर जाता,
क्योंकि दोनों घर से दूर जाकर बिना परिवार वालों की मर्जी से रह रहे थे। लेकिन
इंद्राणी को डर लगने लगा कि कहीं अपने ही प्लान में वो न फंस जाए, क्योंकि ये इतना
आसान भी नहीं था कि अकेले शीना को मौत के घाट उतारकर राहुल को फंसाया जा सके।
इसीलिए शीना की हत्या के लिए बनाया एक नया प्लान।
एक अवैध हथियार से खुला
राज
दो प्लान फेल होने के बाद इंद्राणी ने इस प्लान सी के तहत अपने सबसे
भरोसेमंद ड्राइवर श्याम राय को शामिल किया और शीना की फोटो देकर कॉन्ट्रैक्ट किलर
तलाशने के लिए कहा, जो यूपी या बिहार से हो, जिससे पुलिस उन तक पहुंच भी न पाए।
इसके लिए इंद्राणी ने शीना की एक फोटो श्याम को दी, लेकिन इंद्राणी जैसा
कॉन्ट्रेक्ट किलर चाहती थी, वैसा नहीं मिल सका। श्याम ने इसकी जानकारी इंद्राणी को
दी। यहां यह जिक्र करना लाजिमी है कि पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जब
श्याम को एक अवैध हथियार के मामले में गिरफ्तार किया गया तो पूछताछ में उसने शीना
मर्डर केस का राज उगला, फिर पुलिस ने श्याम के वकोला स्थित घर पर छापा मारा तो शीना
की फोटो बरामद हुई थी। तीसरा प्लान यानी प्लान सी के फेल होने के बाद इंद्राणी ने
फाइनल प्लान बनाया प्लान डी।
हिल टॉप होटल में हुई थी मीटिंग
प्लान डी ही
इंद्राणी का आखिरी प्लान साबित हुआ। इस प्लान के तहत इंद्राणी ने शीना को अपने
रास्ते से हटाने के लिए दो लोगों को चुना। पहला था इंद्राणी का ड्राइवर श्यामवर राय
और दूसरा था इंद्राणी का पूर्व पति संजीव खन्ना। दोनों को अच्छी खासी मोटी रकम देने
का वादा किया। अपने पूर्व पति को यहां तक कहा कि शीना की मौत के बाद उसकी जायजाद का
हिस्सा संजीव की बेटी विधि को मिल जाएगा। वहीं ड्राइवर श्याम को 10 लाख रूपये
हत्याकांड को अंजाम देने के लिए वादा किया, जिसके बाद संजीव और श्याम इस साजिश में
शामिल हुए। भले ही इंद्राणी बड़ी चालाक और शातिर हो, लेकिन उसे डर था कि अकेले कहीं
शीना की हत्या की तो वो फंस न जाए। यही वजह रही कि प्लान ए, प्लान बी और सी फेल
होने के बाद उसने दो लोगों को इसमें शामिल किया। प्लान डी के तहत पहले इंद्राणी ने
ड्राइवर श्याम के साथ मिलकर रेकी की और इसी बीच कई बार श्याम, इंद्राणी और संजीव की
बात भी हुई। यहां तक की इंद्राणी ने संजीव को हिल टॉप होटल में रूकवाया, वहां
मीटिंग हुई कि कैसे हत्याकांड को अंजाम देना है, जिससे किसी को भनक तक न लगे। इस
तरह से प्लान डी तैयार हुआ और फिर संजीव को कोलकात्ता से बुलाया गया। अब शीना के
खौफनाक हत्याकांड की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी थी और फिर 24 अप्रैल 2012 को शीना को
इंद्राणी, श्याम और संजीव ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया।
कॉन्ट्रैक्ट किलर
भी हिरासत में
इस मामले को सफल बनाने के लिए इंद्राणी ने शीना और मिखाइल को
मारने के लिए सुपारी देने का प्लान भी बनाया था। सूत्रों के मुताबिक, इंद्राणी
चाहती थी कि शीना के लिए ऎसा कॉन्ट्रैक्ट किलर मिले, जो किसी ग्रामीण इलाके का हो।
पिछले साल ही इंद्राणी ने मिखाइल को मारने के लिए सुपारी दी थी। सुपारी के तौर पर
किलर को ढाई लाख रूपये की रकम दी गई थी। पुलिस ने उस कॉन्ट्रैक्ट किलर को भी पकड़
लिया, जिसे सुपारी दी गई। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। इस खुलासे से साफ हो गया
है कि इंद्राणी अपनी बेटी शीना और बेटे मिखाइल से पीछा छुड़ाना चाहती
थी।
कत्ल की वजह मिलने का दावा
तीस घंटों से ज्यादा की पूछताछ के बाद
पुलिस का दावा है कि उसे कत्ल की वजह मिल गई है। पुलिस का कहना है कि पहले बच्चे
इंद्राणी को बहन कहकर बुलाते थे, लेकिन जैसे-जैसे बच्चे बड़े हुए, वो उसे मां कहने
लगे। यह बात इंद्राणी को परेशान करने लगी और उसे डर था कि बच्चे एक दिन उसे बेनकाब
कर देंगे। यही डर कत्ल की सबसे बड़ी वजह बनकर उभरा।
5 सितंबर तक बढ़ी हिरासत
शीना मर्डर केस में इंद्राणी मुखर्जी, संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम की पुलिस
कस्टडी बढ़ गई है। कोर्ट ने 5 सितंबर तक तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेज
दिया। पुलिस ने बांद्रा कोर्ट में तीनों को पेश किया था। पुलिस ने कोर्ट से कहा कि
उन्हें दूसरे आरोपियों की तलाश करनी है और जांच का काम बाकी है। इसलिए तीनों
आरोपियों की रिमांड उन्हें दी जाए, जिसके बाद कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 5 सितंबर
तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया, लेकिन कोर्ट में इंद्राणी सुनवाई के दौरान बेहोश भी
हो गई।
80-90 घंटे चली पूछताछ
इससे पहले विधि ने मां इंद्राणी मुखर्जी से
मुलाकात भी की। कोर्ट की इजाजत के बाद दोनों के बीच मुलाकात हुई। विधि को पीटर
मुखर्जी ने गोद लिया है। इंद्राणी की लीगल टीम के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने
इंद्राणी की पिटाई की, जिसकी शिकायत मुंबई पुलिस प्रमुख राकेश मारिया से की गई है।
इंद्राणी के वकील ने अदालत में कहा कि उसके मुवव्किल (इंद्राणी) को जेल में
बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया है। वकील ने कोर्ट में कहा कि इंद्राणी मुखर्जी
से 80-90 घंटे पूछताछ की गई, लेकिन उन्हें एक मिनट के लिए भी कानूनी सलाह नहीं लेने
दी गई।