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नागौर

घोड़े पर बैठकर अमरसिंह लांघेंगे किले की दीवार

“पैनोरमा में
प्रदर्शन योग्य सामग्री तैयार हो रही है, जिसमें एक राव अमरसिंह राठौड़ की 15 फीट
ऊंची

नागौरMar 13, 2015 / 01:13 am

कमल राजपूत

नागौर। “पैनोरमा में प्रदर्शन योग्य सामग्री तैयार हो रही है, जिसमें एक राव अमरसिंह राठौड़ की 15 फीट ऊंची अश्वारोही मूर्ति भी है, जो किले की दीवार को लांघती हुई नजर आएगी। मूर्ति निर्माण का काम चालू हो गया है।” यह बात राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने गुरूवार को पत्रिका से विशेष बातचीत करते हुए कही।

लखावत ने पत्रिका को बताया कि पैनोरमा में अमरसिंह राठौड़ के जीवन से जुडे दृश्यों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें फाइबर, मार्बल व सिलिकॉन में सामग्री का काम चल है। इसी प्रकार खरनाल में पैनोरमा का निर्माण कार्य पहले ही पूरा हो चुका है, इसलिए डिस्पले मेटेरियल का काम चल रहा है। इसकी कुछ मूर्तियां मोहाली में बन रही हैं, कुछ मार्बल का काम चल रहा है कुछ फाइबर का काम होना है।

पैनोरमा का काम काफी धीमी गति से क्यों चल रहा है, इस पर लखावत का कहना था कि अमरसिंह राठौड़ का पैनोरमा उन्हें पर्यटन विभाग से काफी बाद में मिला। उसके बाद काम को गति दी गई है। बीच में चुनाव आचार संहिता आने तथा सरकारी प्रक्रिया के दौर से गुजरना पड़ता है।

“तेजाजी पर अध्ययन करने वालेआएं आगे “
नागौर. जिले में विभिन्न पैनोरमाओं के विकास के सम्बन्ध में राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने गुरूवार को कलक्टर राजन विशाल सहित जिले क अन्य अधिकारियों से चर्चा की। कलक्टर से चर्चा के दौरान लखावत ने खरनाल में वीर तेजाजी पैनोरमा को विकसित किए जाने को लेकर बात की। उन्होंने वीर तेजाजी पैनोरमा में लैण्डस्केपिंग तथा तेजाजी की जीवनी के डिस्प्ले के कार्य की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लोक देवता तेजाजी पर अध्ययन करने वाले लोग आगे आएं तो उनके बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है। पैनोरमा अच्छी तरह विकसित किया जा सकता है।

रोज-रोज का छाती-कुटा मत रखो
लखावत ने अमरसिंह राठौड़ के पैनोरमा का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कार्य को तेजी से करने के लिए कहा। पैनोरमा के निरीक्षण के दौरान अंदर बैठे कबूतर को देखकर लखावत ने कहा कि पक्षियों के अंदर आने के सारे रास्ते बंद कर दो, क्योंकि वाल पुट्टी के बाद यदि कबूतर ने बींट कर दी तो फिर वही छाती कुटा रहेगा। इसलिए ऎसी कोई कमी नहीं छोड़नी है जिससे पैनोरमा के सौंदर्य पर धब्बा लगे। लखावत ने पानी निकासी का रास्ता फाइनल करवाया तथा छत से हुए पानी के रिसाव को लेकर उन्होंने सीढ़ी मंगवाकर ऊपर की स्थिति भी देखी।

सरकार से बात करेंगे
पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले नागौर जिले में पर्यटन विभाग का कार्यालय नहीं होने की बात पर लखावत ने कहा कि पहली बार आपने इस सम्बन्ध में बात की है, इसके लिए राज्य सरकार से बात करेंगे।

पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण
पर्यटन की दृष्टि से उन्होंने वीर तेजाजी पैनोरमा को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया। लखावत ने कहा कि नेशनल हाइवे पर होने के कारण इस पैनोरमा पर वर्ष भर पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं का आना-जाना लग सकता है। बैठक में पैनोरमा के विकास कार्यो की समीक्षा व निगरानी के लिए उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में बनने वाली कमेटी तथा इसकी साप्ताहिक बैठक की कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई। साथ ही जिले के विभिन्न पैनोरमा को एक सर्किट के रूप में विकसित किए जाने की सम्भावनाओं पर भी मंथन किया गया। बैठक में नगर परिषद सभापति बिरदीचंद सांखला व आयुक्त पोकर राम, प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टीकमचंद बोहरा सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
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