“मंत्रीजी, आदत सुधारिए, लेट आना विधायक का अपमान”
जयपुरPublished: Dec 12, 2014 03:44:00 pm
कोटा संभाग की जलदाय विभाग की समीक्षा बैठक में…
कोटा। कोटा संभाग की जलदाय विभाग की समीक्षा बैठक में गुरूवार को जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी के 2.20 घण्टे देरी से आने पर लाडपुरा विधायक भवानीसिंह राजावत बिफर गए। देरी से आने पर विधायक ने न केवल जलदाय मंत्री की खिंचाई की, बल्कि बैठक में देरी से आने की आदत सुधार लेने की नसीहत भी दे डाली। राजावत ने माहेश्वरी के साथ आए परिवहन राज्य मंत्री बाबूलाल वर्मा को भी आड़े हाथों ले लिया। वर्मा सफाई देने लगे, लेकिन राजावत ने उनकी एक नहीं सुनी।
जलदाय मंत्री को सुबह 11 बजे टैगोर हॉल में संभाग के जनप्रतिनिधियों व विभाग के अधिकारियों की बैठक लेनी थी। बैठक में 11 बजे से पहले संभागीय आयुक्त ओंकारसिंह, जिला कलक्टर जोगाराम व चारों जिलों के अधिकारी पहुंच गए थे। कोटा, बारां तथा झालावाड़ जिले के 11 विधायक भी बैठक में पहुंचे। मंत्री के बैठक में देरी से आने की सूचना पर करीब 11.30 बजे संभागीय आयुक्त ने बारां तथा झालावाड़ जिले के अधिकारियों की बैठक लेना शुरू कर दिया। दोपहर 1.20 बजे तक अधिकारी व विधायक टाइम पास करते रहे। इस बीच चाय-नाश्ते के दौर भी खत्म हो गए। बाद में मंत्री वहां पहुंचीं।
यूं गर्माया माहौल
दोपहर 1.20 बजे जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी, राज्य मंत्री बाबूलाल वर्मा व बूंदी विधायक अशोक डोगरा मीटिंग स्थल पर पहंुचे तो यूं चला संवाद : –
राजावत : मंत्री जी यह अच्छी बात नहीं है। आप आदत सुधारिए…,हम ढाई घण्टे से यहां आपका इंतजार कर रहे हैं। बिना सूचना के इस तरह लेट आना एमएलए का अपमान है। आपको जाना था तो हमें पहले सूचना देते।
जलदाय मंत्री : भवानीसिंह जी कूल डाउन…कूल डाउन, मेरी बात सुनिए।
राजावत : बाबूलालजी आपको 11 बजे मिटिंग की जानकारी थी, फिर क्यों अपने क्षेत्र में मंत्रीजी को ले गए…., यह आपने अच्छा नहीं कि या।
परिवहन राज्य मंत्री वर्मा : मैं मंत्रीजी को नहीं लेकर गया, मैं तो बाद में पता चलने पर गया था।
राजावत : मुख्यमंत्री जी भी किसी बैठक में देरी से आती हैं तो सूचना भिजवा देती हैं, आपने तो यह भी उचित नहीं समझा।
जलदाय मंत्री : मैं सुबह 9 बजे एक अखबार में पेयजल संकट का फोटो देखकर समस्या देखने गई थी, मुझे लगा 11 बजे तक आ जाएंगे, लेकिन गांव बहुत दूर था, इस कारण देरी हो गई। सभी जनप्रतिनिधियों से देरी से आने की सॉरी…, चलिए मीटिंग शुरू कीजिए…..। इसके बाद शाम सवा पांच बजे तक मीटिंग चली।