1250 रुपए टिकट पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटकों को सौगात 21 मार्च से मिलना प्रारंभ हो जाएगी।
शहडोल।टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटकों को पूरा दिन बिताने को मौका मिलेगा। किसी टाईगर रिजर्व के बफर जोन में ऐसा पहला प्रयोग है। इसके लिए भुगतान भी उतना ही किया जाएगा जितना अभी कोर जोन में चार घंटे घूमने के लिए पर्यटक खर्च करते हैं। वाहन व गाइड के अलावा मात्र 1250 रुपए टिकट पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटकों को यह सौगात 21 मार्च से मिलना प्रारंभ हो जाएगी।
कोर एरिया में मिलेगा सुकून
टाइगर रिजर्व का कोर जोन घर के बेडरूम की तरह होता है, वहीं बफर जोन को हम बैठक रूम से परिभाषित कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोर जोन में पर्यटन दबाव कम करने 20 प्रतिशत क्षेत्र में ही पर्यटन की इजाजत दी गई है। इससे वाहनों की संख्या घट जाने के बाद कई बार टिकट न मिलने के कारण पर्यटक जंगल में प्रवेश के बिना ही लौट जाते हैं।
फाल से लेकर बीहड़ का रोमांच
इकोटूरिज्म के नाम से प्रारंभ हो रहे पर्यटन के नए स्वरूप में पर्यटक घने जंगल के बीच फाल से लेकर बीहड़ देखेंगे। मानपुर रेंज के ज्वालामुखी- बडख़ेरा रूट में चेचपुर फाल व दूसरे रूट में बडख़ेरा गजवाही से बरदड़ा जंगल से आगे जोहिला फाल, भालू गुफा व हाथी झील देखने मिलेगा। पनपथा रेंज के खितौली-बिरूहली वाले 25 किलोमीटर के रूट में घने जंगल के बीच पर्यटक चंबल के बीहड़ जैसे नजारे के साथ ही अर्जुन के विशालकाय वृक्ष व साल के मिश्रित वन देखेंगे। धमोखर रेंज के परासी मोड़ से घघराड़ होते हुए बड़वारा वाले चौथे रूट में 40 किलोमीटर लंबाई की घने जंगल क्षेत्र में पर्यटक सुबह से लेकर शाम तक समय बिता सकेंगे।
बफरजोन में पहली बार
पार्क संचालक सीएच मुरलीकृष्ण के अनुसार बफर जोन में प्रारंभ हो रहे पर्यटन के नए स्वरूप का लाभ जंगल में निवास कर रहे ग्रामीणों को दिलाने योजना बनाई गई है। किसी भी टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटन पहली बार बांधवगढ़ में प्रारंभ हो रहा है। पूरे दिन जंगल में समय व्यतीत करने के लिहाज से यह सबसे सस्ता पर्यटन है।