सवालों से बचे, हिंसा पर पल्ला झाड़ा
सूरतPublished: Sep 02, 2015 12:17:00 am
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के
संयोजक हार्दिक पटेल और अनामत समिति के पदाधिकारी मंगलवार को सूरत पहुंचे। इस दौरान
पूरे दिन गुपचुप बैठकें
सूरत। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल और अनामत समिति के पदाधिकारी मंगलवार को सूरत पहुंचे। इस दौरान पूरे दिन गुपचुप बैठकें, मुलाकातों का दौर चला। साथ पत्रकारोें को साधने की कोशिश भी की। शाम को मीडिया के सामने आए अनामत समिति के पदाधिकारी पत्रकारों के सीधे जवाब से बचते रहे। कई सवालों पर तो उन्होंने मौन रहना ही बेहतर समझा। 25 अगस्त की रैली के बाद उपजी हिंसा की वजह भी सामने नहीं रख पाए।
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के अगुआ हार्दिक पटेल ने आंदोलन का दूसरा चरण सूरत से शुरू करने का ऎलान किया था। आंदोलन की रणनीति के साथ संवाददाताओं के सामने आए अल्पेश कथीरिया और विशाल वसोया सवालों के सीधे जवाब से बचते रहे। 25 अगस्त की रैली के बाद हुई हिंसा से पल्ला झाड़ते हुए विशाल ने कहा कि हिंसा के लिए पाटीदार समाज जिम्मेदार नहीं है। बातचीत के दौरान उन्होंने हिंसा का शिकार हुए पाटीदार समाज के लोगों को शहीद का दर्जा दिया और उसी हिंसा की चपेट में आए पुलिस व मीडियाकर्मियों के प्रति पल्ला झाड़ लिया।
हार्दिक पटेल के बयानों को लेकर भी पाटीदार अनामत समिति के अल्पेश और विशाल की बातचीत में भी साम्य नहीं दिखा। कभी हार्दिक की बात को काटते हुए उसे निजी राय बताया तो कभी बातचीत से एडजस्टमेंट बिठाने की बात कही। हार्दिक के दूध और सब्जी की आपूर्ति बाधित करने समेत कई अन्य ऎलानों से भी उन्होंने किनारा कर लिया। विशाल ने आंदोलन के हिंसक होने के बाद दिए अपने ही बयान से खुद को अलग कर लिया। गौरतलब है कि विशाल ने हिंसा भड़कने के बाद कहा था कि सूरत का पाटीदार समाज इसका समर्थन नहीं करता।
रखेंगे उपवास
अल्पेश ने बताया कि समाज से उनके समर्थक बुधवार से दो दिवसीय उपवास पर रहेंगे। इसके लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई है। अनुमति नहीं मिलती है तो सोसायटियों में ही उपवास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उपवास के लिए योगी चौक, सरथाणा, कारगिल चौक, मोटा वराछा, मिनी बाजार, सुदामा चौक, लजावणी चौक, गजेरा सर्कल, सोशियो सर्कल, पांडेसरा, सचिन जीआईडीसी समेत जगहों के लिए प्रशासन से मंजूरी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि दांडी से साबरमती तक दांडी यात्रा भी निकाली जाएगी। दांडी यात्रा संभवतया छह सितंबर को निकाली जा सकती है।
इंटरनेट सेवा बहाल, हिंसा की क्लिप डाली तो कार्रवाई
शहर में सात दिन बाद मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बुधवार रात बहाल हो गई। पिछले मंगलवार को सूरत में हिंसा भड़कने के बाद बुधवार सुबह से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। पुलिस ने मंगलवार शाम एक परिपत्र जारी कर चेतावनी दी है कि आरक्षण संबंधित हिंसा से जुड़ी क्लिप, फोटोग्राफ्स, मैसेज वायरल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सात आंदोलनकारी जमानत पर रिहा
डिंडोली में गुजरात बंद के दौरान उत्पात मचाने के आरोप में गिरफ्तार सात अभियुक्तों को मंगलवार को सेशन कोर्ट ने सशर्त जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा कि जांच अधिकारी ने अभियुक्तों के खिलाफ जो हलफनामा पेश किया है, उसमें बताया गया कि 1000 से 1500 लोगों की भीड़ में से उन्हें रंगे हाथ पकड़ा गया, लेकिन अभियुक्तों की अपराध में क्या भूमिका है, यह हलफनामा से स्पष्ट नहीं हो रहा है, इसलिए अभियुक्तों को जमानत पर रिहा करना न्यायोचित है।
डिंडोली में आंदोलनकारियों ने उत्पात मचाते हुए एक पार्षद की स्कूल तथा सरकारी संपत्तियों में तोड़फोड़ की थी। डिंडोली पुलिस ने ओमनगर निवासी सुरेश नानालाल जोशी, विशाल पुष्कर पटेल, सन्नी मनु पटेल, अंबिका पार्क निवासी जिज्ञेश जयंती पटेल, घनश्याम रेजिडेंसी निवासी विमल शिवराम पटेल, ओमनगर निवासी भूषण रविन्द्र पाटिल और सांई दर्शन सोसायटी निवासी विरेन अरूण पाटिल को गिरफ्तार किया था। सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।