तीन शव मिले, दंपती का अता-पता नहीं
सूरतPublished: Sep 01, 2015 12:54:00 am
हजीरा में रविवार सुबह सुवाली
बीच हादसे में लापता एक ही परिवार के पांच जनों में से सोमवार को तीन बच्चों के शव
बरामद किए गए, लेकिन दंपती का कोई
सूरत। हजीरा में रविवार सुबह सुवाली बीच हादसे में लापता एक ही परिवार के पांच जनों में से सोमवार को तीन बच्चों के शव बरामद किए गए, लेकिन दंपती का कोई अता-पता नहीं है। परिवार के 12 जने दरिया में डूब गए थे, जिसमें से छह जनों को मछुआरों ने बचा लिया था, जबकि एक महिला का शव बरामद हुआ था।
मूल रूप से राजस्थान के बाड़मेर के निवासी और यहां हजीरा मोरागांव में रहने वाले दो भाई मनोज चौहाण और जीवन चौहाण के घर रक्षाबंधन पर बाड़मेर और डीसा से उनकी दो बहनें मंजु सूरज जटिया तथा पुष्पा मनसुख खारवाल परिवार के साथ आई हुई थीं। रविवार सुबह मनोज और जीवन पुष्पा, मंजु, जीजा मनसुख परिवार के साथ सुवाली बीच पर घूमने गए थे। मनोज को छोड़ सभी समुद्र के बीच बने टापू पर पहुंचे और ज्वार भाटा के कारण पानी से घिर गए थे।
मछुआरों ने मनोज, जीवन और चार बच्चों को बचा लिया, लेकिन मंजु, उसकी पुत्री कोमल (10), पुष्पा, उसका पति मनसुख, बेटा दिलीप (12) और पुत्री निकिता (3) डूब गए। मंजु का शव रविवार को मिल गया था। दमकल विभाग ने सोमवार सुबह फिर कार्रवाई शुरू की। कोस्ट गार्ड के हेलिकॉप्टर की भी मदद ली गई।
सुबह करीब साढ़े नौ बजे समुद्र में एक किलोमीटर दूर दिलीप और कोमल के शव बरामद हुए। करीब ग्यारह बजे निकिता (3) का शव बरामद हुआ। हजीरा पुलिस तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए न्यू सिविल अस्पताल ले आई। मनोज और जीवन की बड़ी बहन पुष्पा तथा जीजा मनसुख जटिया का पता नहीं चल सका है। पोस्टमार्टम के बाद सूरज देर शाम मंजु तथा कोमल का शव लेकर राजस्थान रवाना हो गया।