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टोंक

सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन

लूट के दौरान हुई हत्या के विरोध में
हजारों लोग रविवार को शव के साथ पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठ गए।

टोंकMar 01, 2015 / 04:13 pm

मुकेश शर्मा

निवाई।लूट के दौरान हुई हत्या के विरोध में हजारों लोग रविवार को शव के साथ पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। दिनभर प्रशासन व लोगों के बीच वार्ता के बाद मृतक के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया गया।

इसके बाद लोग शव उठाने का राजी हुए। हालांकि इससे पहले पुलिस ने एक-दो बार डंडे फटकार लोगों को खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन लोग डटे रहे।

उल्लेखनीय है कि शनिवार रात निवाई में बाइक सवार अज्ञात नकाबपोश सर्राफा व्यापारी के पुत्र गोविन्द सोनी व उसके मुनीम मदन मीणा को गोली मारकर नकदी व जेवरात से भरा बैग लेकर फरार हो गए थे। इसमें दोनों गम्भीर घायल हो गए थे। इनमें मदन मीणा ने जयपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। जबकि गोविन्द का उपचार जारी है। घटना से नाराज हजारों लोग दोपहर एक बजे मदन मीणा का शव लेकर पुलिस थाने पहुंच गए।

इस दौरान विधायक रहे कमल बैरवा, प्रशान्त बैरवा, व्यापार मण्डल अध्यक्ष बजरंगलाल बेनीवाल, कांगे्रस ब्लॉक अध्यक्ष रामराय मीणा, टोंक प्रधान रहे खेमराज मीणा सहित हजारों लोग परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए। वे मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 20 लाख रूपए की आर्थिक सहायता, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह को निलम्बित करने तथा आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।


इस दौरान मौके पर पहुंचे एडीएम एन. के. स्वर्णकार ने नियमानुसार सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे। लोग पुलिस के खिलाफ नारे लगा रहे थे।

इस दौरान उन्होंने थाने के बाहर जाम लगा दिया। करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद उच्चाधिकारियों से चर्चा कर एसडीओ हिम्मत सिंह ने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रूपए की सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान मृतक के दोनों बच्चों को पालनहार योजना से एवं पत्नी को विधवा पेंशन जारी कर दी गई।

उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी एवं परिजनों को 20 लाख रूपए की सहायता के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। एएसपी रतनलाल भार्गव ने बताया कि थाना प्रभारी के खिलाफ जांच कराई जाएगी। तब तक थाना प्रभारी छुट्टी पर रहेंगे। इसके बाद लोग शव उठाने का राजी हुए।

वैकल्पिक मार्गो से निकाले वाहन

थाने के बाहर हजारों लोग धरने पर होने के चलते बसों व जीपों को बायपास से गुजरना पड़ा। यातायात कर्मियों ने वाहनों को अहिंसा सर्किल एवं जयपुर बायपास तिराहे से बायपास की ओर रवाना किया।

विशेष टीम का गठन


लूट व हत्या के मामले में पुलिस महानिरीक्षक ने विशेष टीम का गठन किया है। टीम के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक विजय सिंह है। उन्होंने बताया कि आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।

इन्हें भी पड़ा डंडा

पुलिस थाने के बाहर मौजूद हजारों लोगों की भीड़ को खदेड़ते समय सीआईडी के मोहम्मद शरीफ भी पुलिस के डण्डे के शिकार हो गए। शरीफ को भीड़ का हिस्सा मानकर पुलिस के जवानों ने उन्हें डंडा मारकर हटाया।

निवाई शहर रहा बंद


लूट व हत्या के विरोध में रविवार को निवाई शहर पूरी तरह बंद रहा। सर्राफा एसोसिएशन, कपड़ा व्यापार मण्डल, कृषि मण्डी व्यापार मण्डल, मीणा समाज एवं कई सामाजिक संगठनों के आह्वान पर शहर की दुकानों को बंद कराया गया।

इस दौरान निकाले गए जुलूस में सैकड़ों लोग एवं एनएसयूआई के कार्यकर्ता शामिल थे। ये पुलिस के खिलाफ नारे लगा रहे थे। जुलूस अहिंसा सर्किल, बस स्टैण्ड, बड़ा बाजार, चौहट्टी बाजार एवं गणगौरी बाजार सहित अनेक मार्गो से होकर पुलिस थाने पहुंचा। इस दौरान जुलूस में शामिल लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से दुकानें बंद करने का आह्वान किया। बाजार में दिनभर सन्नाटा छाया
रहा। बंद के दौरान चाय-पान की दुकानें भी बंद रही।

बारिश में भी रूके रहे लोग

करीब 6 घंटे तक लोग शव को लेकर पुलिस थाने के बाहर जमे रहे।
इस दौरान हुई बरसात के बावजूद भी लोग वहां से हिले नहीं। बरसात से बचने के लिए लोगों को तिरपाल लगाना पड़ा।

पुलिस के जवान रहे तैनात

इस मामले को लेकर डाक बंगला एवं पुलिस थाने में सैकड़ों पुलिस के जवान तैनात थे। लोगों ने विधायक हीरालाल रैगर के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की एवं अहिंसा सर्किल पर लगे विधायक के पोस्टरों को भी लोगों ने फाड़ दिए।

संदिग्धों से की पूछताछ

लूट व हत्या के मामले में पुलिस ने संदिग्ध लोगों से पूछताछ की, लेकिन 24 घंटे बाद भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली।

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