15 कर्मचारी सीट से गायब
शहर की जनता की समस्याओं-सुविधाओं से
सीधे जुड़े नगर निगम में कर्मचारी समय पर नहीं पहुंचे। कुछ कर्मचारी तो ऎसे थे कि
उनके दर्शन ही नहीं हुए।
उदयपुर। शहर की जनता की समस्याओं-सुविधाओं से सीधे जुड़े नगर निगम में कर्मचारी समय पर नहीं पहुंचे। कुछ कर्मचारी तो ऎसे थे कि उनके दर्शन ही नहीं हुए। न उनकी छुट्टी पर जाने की अर्जी न देर से आने की सूचना। महापौर चंद्रसिंह कोठारी बुधवार को स्थिति देखने पहंुचे तो, 15 कर्मचारी अपनी कुर्सी पर नहीं थे।
महापौर सुबह अचानक निगम की विभिन्न शाखाओं में निरीक्षण करने निकल गए। उन्होंने पहले हाजिरी रजिस्टर अपने कब्जे में लिए और अलग-अलग कमरों में जाकर देखा तो कर्मचारी सीट पर नहीं मिले। कोठारी ने पूरी जानकारी ली तो पता चला कि 15 कर्मचारी बिना सूचना दिए दफ्तर से नदारद थे। कई कर्मचारी तय समय से आधा, एक और सवा घंटे लेट आए। एक-दो कर्मचारी तो भोजनावकाश के बाद पहुंचे।
यहां नहीं मिले कर्मचारी
निर्माण गेंग से उद्यान में कार्यरत 41 कर्मचारियों में से 5, उद्यान शाखा के 33 में से 8 एवं निर्माण गेंग में 45 में से 2 कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
महापौर ने चेताया
देरी से आने वाले कर्मचारियों को जब हाजिरी रजिस्टर नहीं मिला, तो वे महापौर के कक्ष में गए। महापौर ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए पाबंद किया कि आगे से देरी से आए तो होने वाले नुकसान के लिए तैयार रहें।
सड़क से हटाई दीवार
निगम के अतिक्रमण निरोधी दल ने बुधवार को एकलव्य कॉलोनी स्थित कच्ची बस्ती क्षेत्र में सड़क सीमा में बनाई जा रही दीवार को हटाया। दल ने रामपुरा चौराहे के पास चबूतरा बनाकर केबिन लगाने के काम को भी रूकवाया।