scriptयहां कब्जेदारों के वारे-न्यारे | Ware-separation of the Kbjedaron | Patrika News

यहां कब्जेदारों के वारे-न्यारे

locationउदयपुरPublished: May 22, 2015 02:27:00 am

यूआईटी अपनी सरकारी जमीनों पर
हो रहे अवैध निर्माणों को नियंत्रण में करने में कमजोर साबित होती जा रही है। जहां
एक तरफ तितरड़ी में उसकी लगभग

Udaipur news

Udaipur news

उदयपुर। यूआईटी अपनी सरकारी जमीनों पर हो रहे अवैध निर्माणों को नियंत्रण में करने में कमजोर साबित होती जा रही है। जहां एक तरफ तितरड़ी में उसकी लगभग पौने छह बीघा बेशकीमती भूमि पर दलालों ने हवाई सौदे कर लोगों को जमीनों बेच दी, तो लोग अब वहां मकान बना रहे हैं। जबकि, एक तरफ एकलिंगपुरा में हाईटेंशन लाइनों के नीचे बेच दी गई प्लानिंग में धड़ल्ले से अवैध निर्माण चल रहे हैं। दोनों ही मामलों से यूआईटी वाकिफ है।

तितरड़ी गांव के खसरा नंबर 549 की 1.6700 हैक्टेयर भूमि बिलानाम थी और यह यूआईटी को मिली तथा उसके नाम दर्ज हुई। कई महीनों से इस जमीन को शहर के कुछ दलालों ने बाहरी लोगों को भरोसे में लेकर हवाई सौदे कर बेच दिया है। लोगों ने वहां मकान बनाने शुरू कर दिए हैं। ऎसे में यूआईटी की जमीन खुर्दबुर्द हो रही है और उसे पता भी है। यह जमीन तितरड़ी, आरके पुरम, गोकुलविलेज, पीकोक हिल, आदर्शनगर, सूर्यानगर, कुंभानगर, मेघवालों का मोहल्ला, सुथारों का मोहल्ला, ब्र±मपुरी, रातापारा, अम्बाफला, जयश्री कालोनी आदि कई आवासीय कालोनियों के बीच घिरी हुई है। ऎसे में यह जमीन करोड़ों रूपए कीमत की है।

जेसीबी चलाकर भूमि की समतल
दलालों से जमीन खरीद लेने के बाद लोगों ने उसे निजी खातेदारी की समझ वहां जेसीबी चला दी और जमीन समतल आदि कर मकान निर्माण शुरू करवा दिए हैं। मौके पर दो से तीन मकान बनने चालू हो गए हैं।

बिजली कनेक्शन तक दे दिए
हाल ही यूआईटी ने एवीवीएनएल और जलदाय विभाग की बैठकें लेकर कहा था कि दोनों एजेंसियां सरकारी जमीनों पर कब्जे, अवैध निर्माण करने वाले लोगों के मकानों को कनेक्शन नहीं दे। बावजूद इसके तितरड़ी वाली उपरोक्त भूमि पर बन रहे अवैध मकानों को एवीवीएनएल ने कनेक्शन दे दिए हैं।

तितरड़ी पंचायत ने की शिकायत
इस जमीन के खुर्दबुर्द होने की तितरड़ी सरपंच ने भी यूआईटी को शिकायत की थी लेकिन पता होने के बावजूद अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही यूआईटी के उच्चाधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई के आदेश दिए।

एकलिंगपुरा में लाइन से अवैध निर्माण
एकलिंगपुरा में मनवार पैलेस होटल के सामने 11 हजार केवी और 33 हजार केवी की हाइटेंशन लाइनों के नीचे लोगों को बेच दिए गए भूखण्डों पर कई मकानों के अवैध निर्माण हो रहे हैं। इसकी शिकायत होने पर मौके पर बनवाए जा रहे चार-पांच मकानों का यूआईटी के दस्ते ने काम रूकवाया था, लेकिन अब यह फिर से बन रहे हैं। मध्यमवर्गीय परिवारों ने वहां भूखण्ड खरीद लिए और मकानों का निर्माण करने लगे हैं।

एक मकान हाईटेंशन लाइन के ठीक नीचे बना दिया गया है, जबकि लाइन के दोनों तरफ निर्घारित दूरी 60 फीट छोड़कर ही मकान बनवाए जा सकते हैं। मुख्य सड़क से अंदर जाते ही पहले 11 हजार केवी की लाइन आती है, इससे भी निर्घारित दूरी नहीं छोड़कर मकानों का अवैध निर्माण किया जा रहा है। 11 हजार केवी लाइन के पास ही 33 हजार केवी की मुख्य हाईटेंशन लाइन जा रही है। इसके भी आस-पास कई मकान बन रहे हैं, जिनका यूआईटी से कोई प्लान स्वीकृत नहीं हुआ है और न ही जमीन का नियमन।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो