ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा रौसेफ के खिलाफ कांग्रेस की एक समिति ने महाभियोग लगाने की सिफारिश की
नई दिल्ली। ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा रौसेफ के खिलाफ कांग्रेस की एक समिति ने महाभियोग लगाने की सिफारिश की है। दिल्मा रौसेफ पर आरोप है कि उन्होंने 2014 में अपने पुनर्निवाचर के दौरान सरकार की खराब स्थिति को छिपाने के लिए खातों का फर्जीवाड़ा किया था।
कांग्रेस समिति ने दिल्मा रौसेफ को हटाए जाने के पक्ष में 38-27 के अंतर से मतदान किया। कई घंटे चली बहस के बाद मतदान पूरा हो सका। हालांकि यह प्रतिकात्मक रूप से महत्वपूर्ण है। क्योंकि रविवार या सोमवार को पूरे निचले सदन में होने वाले निर्णायक मतदान का पूर्वालोकर है। विपक्षी दल पीएसडीबी के पॉलो अबी एकेल ने राष्ट्रपति को अयोग्य, अक्षम, अलग-थलग करार देते हुए उन पर महाभियोग लगाने का आह्वान किया है।
हालांकि हुसेफ की वर्कर्स पार्टी के हेनरिक फोंटाना ने तख्तापलट के खिलाफ मतदान किया। निचले सदन में दो तिहाई बहुमत होने पर हुसेफ के मामले को सेनेट के पास भेजा जाएगा और फिर सेनेट के पास यह अधिकार होगा कि वह हुसेफ के खिलाफ मुकदमा चलाने को कहे या उन्हें पद से हटाने को। इससे कम संख्या बल होने पर प्रक्रिया पूरी नहीं होगी।