संविधान के उल्लंघन को लेकर जुमा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जुमा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया
जोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के खिलाफ संसद में लाया गया महाभियोग प्रस्ताव गिर गया। संविधान के उल्लंघन को लेकर उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जुमा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया जो पारित नहीं हो सका। संसद के सत्र में महाभियोग पर मतदान हुआ, लेकिन यह आसानी से गिर गया। महाभियोग प्रस्ताव विपक्ष के डेमोक्रेटिक अलायंस की ओर से लाया गया था।
जुमा की अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) पार्टी के सांसदों ने मतदान से पहले ही उनके प्रति अपने समर्थन की पुष्टि कर दी थी। जुमा ने अपने निजी निवास स्थान पर सरकारी कोष से खर्च की गई रकम को वापस नहीं करने के लिए खेद व्यक्त किया था और इसके बाद ही अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस ने उनका समर्थन करने का निश्चय किया। अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के महासचिव ग्वेदे मंताशे ने कहा कि जुमा ने खेद व्यक्त करके अपनी विनम्रता का परिचय दिया है।
जुमा की अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) पार्टी के सांसद उनके बचाव में उतर आए और इस प्रकरण को लेकर जुमा पर इस्तीफे के दबाव के बावजूद प्रस्ताव 143 के मुकाबले 233 मतों से गिर गया। डेमोक्रेेटिक एलायंस के नेता ममूसी मैमाने ने एसेंबली में कहा कि जब देश की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है कि सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति ने संविधान का उल्लंघन किया है तो राष्ट्रपति जुमा को पद से हटना चाहिए।