महिलाओं के साथ मारपीट कर होने वाले उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए बनाए गए आशा ज्योति केंद्र की हकीकत सोमवार को सीडीओ ने परखी,
आगरा। परेशान महिलाओं को परामर्श देकर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आशा ज्योति केंद्र बनाए गए थे। महिलाओं के साथ मारपीट कर होने वाले उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए बनाए गए आशा ज्योति केंद्र की हकीकत सोमवार को सीडीओ ने परखी, तो वे खुद एक बार हैरान रह गए। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए खामियों को दूर करने की हिदायत दी।
लापरवाही पर कार्रवाई के निर्देश
महिलाओं के साथ मारपीट, उत्पीड़न की घटनाएं आम हो गई हैं। आशा ज्योति केंद्र उनके परिवार को एक साथ बैठाकर सुलह कराने का काम करता है। आशा ज्योति केंद्र पर सुनवाई नहीं होने की मिल रही शिकायतों की हकीकत जानने के लिए सोमवार को सीडीओ रवींद्र कुमार मांदड़ औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्हें वहां कई खामियां मिलीं। केंद्र पर पीड़ित महिलाओं की सुनवाई के लिए कोई भी कर्मचारी और अधिकारी मौजूद नहीं था। सीडीओ ने लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ नोडल अधिकारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
नहीं रहता स्टाफ
अक्सर ये शिकायतें मिलती थीं कि यहां मौजूद स्टाफ का कोई अता-पता नहीं रहता। पीड़ित महिलाएं आतीं हैं और राह देखकर लौट जातीं हैं। इन सब शिकायतों को खुद अपनी नजरों से देखने के लिए सीडीओ ने यहां का अचानक निरीक्षण किया। सीडीओ ने ऐसी तमाम खामियों को अपनी आंखों से देखी। केंद्र पर एसआई रेखा शर्मा, कांस्टेबल लक्ष्मी सिंह की पीड़िताओं की सुनवाई को डयूटी लगाई गई है। निरीक्षण के दौरान जानकारी मिली कि ये दोनों केंद्र पर बहुत कम आतीं हैं। सीडीओ ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नोडल अधिकारी को निर्देश दिए। केंद्र पर सीडीओ को चारों ओर गंदगी भी मिली। इस पर भी उन्होंने नाराजगी प्रकट की। उनके निरीक्षण से यहां खलबली का माहौल रहा।